आंवला कस्बा में नुक्कड़ नाटक की मदद से यूपी 112 की विभिन्न सेवाओं से नागरिकों को रूबरू कराया गया। इसके साथ ही एलईडी वैन पर लघु फ़िल्में, चलाकर लोगों को जागरूक किया गया। इसके साथ ही दुकानों पर ड़ेंगूलर व पोस्टर लगाये गए। बच्चों को यूपी-112 की जानकारी युक्त कॉमिक्स भी वितरित की गई। आंवला कस्बा के महाराणा प्रताप चौक से कार्यक्रम प्रारंभ हुआ. जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से नागरिकों को बताया गया कि, किसी भी आपात स्थिति मे कैसे विभिन्न सेवाओं का लाभ ले सकते हैं। पुलिस सहायता के अतिरिक्त आग लगने पर अग्निशमन वाहन, दुर्घटना होने पर एम्बुलेंस और प्राकृतिक आपदा के समय एसडीआरएफ के सेवाएं, नागरिक ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त आवश्यकता पड़ने पर चलती ट्रेन मे भी आपात सहायता 112 के माध्यम से ली जा सकती है।
महिलाओं और बुजुर्गों की सामाजिक सुरक्षा का ध्यान महिलाओं और बुजुर्गों की सामाजिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, यूपी112 द्वारा विशेष तौर पर योजनाएं संचालित की जा रही हैं। घरेलू हिंसा से प्रभावित महिलाओं को त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए, पीड़ित महिलाओं का 112 मे पंजीकरण किया जाता है। ताकि आवश्यकता पड़ने पर पुलिस प्रबल प्रतिक्रिया दे सके। इसके अतिरिक्त रात्रि मे 10 बजे से सुबह 6 बजे तक, अकेली महिला अपने गंतव्य तक जाने के लिए पुलिस सहायता ले सकती है। अकेले रहने वाले बुजुर्गों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए, ‘सवेरा’ योजना 112 द्वारा चलाई जा रही है। लखनऊ की टीम में करुणा शंकर सिंह, संजय गुप्ता और विजय मिश्रा के नेतृत्व मे टीमें स्थानीय पुलिस एसआई सत्येंद्र कुमार और आंवला पुलिस की टीम में क्षेत्राधिकारी चमन सिंह चावड़ा, कस्बा इंचार्ज अमित कुमार नुक्कड़ नाटक के कार्यक्रम में आदि लोगो ने सहयोग किया.