साइबर अवेयरनेस प्रोग्राम आयोजित करने हेतु निर्देशित किया-आंचलिक ख़बरें-राजेंद्र राठौर

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पुलिस अधीक्षक झाबुआ अरविंद तिवारी द्वारा जिले में सायबर अपराधों की रोकथाम एवं जागरूकता हेतु साइबर अवेयरनेस प्रोग्राम आयोजित करने हेतु निर्देशित किया गया। उक्त निर्देशों के पालन में आज दिनांक 18.07.2022 को उत्कृष्ट स्कूल झाबुआ में उप निरीक्षक रामसिंह मालवीय, आरक्षक महेश प्रजापति, संदीप बघेल एवं आर. संतोष द्वारा दो चरणों में उपस्थित 450 से अधिक बालक-बालिकाओं को सायबर अवेयरनेस के बारे में जानकारी दी।
ऑनलाइन दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए कुछ साइबर सुरक्षित प्रथाओं का पालन करना आवश्यक होता है, जिनके बारे में जानकारी दी गई। बताया गया कि सायबर क्राइम करने वाले आरोपी हमेश क्राइम करने की Modus Operandi बदलते रहते है, बस आपको यह ध्यान रखना है कि आपके द्वारा कभी भी किसी को आपका आईडी पासवर्ड /ATM कार्ड नंबर /पिन /CVV नंबर/ OTP नंबर आदि नहीं देना है व किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक नहीं करना है। इन बातों का ध्यान रखने पर आप सायबर धोखाधड़ी का शिकार होने से बच सकते है। साइबर बुलिंग, साइबर स्टॉकिंग के बारे में बच्चों को बताया गया। साथ ही साथ यातायात के नियमों के बारे में बताया गया एवं सायबर क्राईम से सावधान रहने के संबंध में पेंपलेट की दिये गये।
सायबर एडवाइजरी :-
/कभी भी लॉटरी या इनाम के झांसे में किसी को अपनी जानकारी शेयर न करे।
/ किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा बैंक संबंधी जानकारी जैसे उपयोगकर्ता का आईडी पासवर्ड /ATM कार्डनंबर /पिन /CVV नंबर/ OTP नंबर आदि मांगे जाने पर प्रदाय ना करें। बैंक कभी भी फोन पर बैंक संबंधी जानकारी नहीं मांगते हैं।
/ गूगल के माध्यम से कस्टमर केयर नंबर सर्च करने के लिए अधिकृत वेबसाइट को ही चुने।
/ अनजान लिंक पर क्लिक न करे।
/सोशल मीडिया पर प्रोफाइल पिक्चर को लॉक व सिक्योर करके रखे।
/कभी भी 2 स्टेप वेरीफिकेशन चालू रखे।
/ बैंकिंग App में लॉक लगा के रखे।
/ अनजान एप्प को Play Store के अलावा दूसरे प्लेटफॉर्म से डाउनलोड न करे।
/ किसी भी अनजान एप्प को मोबाइल की (जैसे गैलरी, कॉन्टेक्ट, लोकेशन) परमिशन न दे।
/ट्रांजैक्शन करते समय किसी भी रिमोट एक्सेस एप जैसे टीमव्यूअर/एनीडेक्सआदि को मोबाइल में इंस्टॉल ना करें। /नौकरी की ऐसी पेशकश से बचे जिसमें आपको पैसे जमा करने के लिए कहा जा रहा हो।
/ किसी को भी अपना मोबाइल न दे।
/फेसबुक और व्हाट्सएप मैसेंजर का उपयोग कर युवक/युवतियों के अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल कर, की जा रही फिरौती की मांग से बचे।

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