कलेक्टर श्रीमती रजनी सिंह द्वारा गोविन्द पिता शांतिलाल कलानी को 20 हजार रूपए की आर्थिक सहायता राशि दी गई। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत अमन वैष्णव एवं रेडक्रास प्रभारी जिला नाजीर कमलेश जैन उपस्थित थे।
गोविन्द पिता शांतिलाल कलानी उम्र 37 वर्ष निवासी टीचर्स कॉलोनी झाबुआ का अप्रैल 2021 में कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से इलाज के दौरान दाहिने पैर में ब्लड क्लोटिगं (डीप वेन थेंबोसिस) की वजह से उसे अपना एक पैर घुटने के ऊपर से गंवाना पड़ा एक पैर के खो जाने से जीवन पहले की तरह सामान्य नहीं रहा। इसका असर उसकी आजीविका पर भी पड़ा है परिवार के लालन पोषण के लिए वह ही एकमात्र साधन था। लेकिन एक पैर से वह संभव नहीं हो पा रहा था। जिससे उसे और उसके परिवार के सामने आजीविका का संकट खड़ा हो चुका था। उसकी इस हालात से उबरने के लिए उसकी गतिशीलता अत्यंत महत्वपूर्ण थी। इसके लिए तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा कृत्रिम पैर ( स्टैंडर्ड विथ हाइड्रोलिक) लगवाने का सुझाव दिया था। इस कृत्रिम पैर का बाजार मूल्य करीब (6,39,828) रुपए अक्षरी (छः लाख उनचालीस हजार आठ सौ अट्ठाइस) रुपए था। कोरोना से इलाज के दौरान करीब माह अरविन्दो हॉस्पिटल इंदौर में भर्ती रहा जिसमें परिवार की सारी जमा पूंजी खर्च हो चुकी थी। घर की हालत ठीक नहीं है किसी तरह अब परिवार का गुजर-बसर हो रहा था। श्रीमती रजनी सिंह द्वारा कृत्रिम पैर लगवाने हेतु आर्थिक सहायता राशि प्रदान की गई जिससे आत्मनिर्भर एवं सम्मान जनक जीवन यापन करते हुए अपने परि वार का भरण पोषण कर सकें, जिससे वह आत्मनिर्भर बनकर फिर से पैरों पर खड़े होने में मदद मिलेगी स्टैंडर्ड कृत्रिम पैर से जीवन पहले की तरह सामान्य हो सकेगा साथ ही आजीविका चलाने में भी मदद मिलेगी।
कलेक्टर श्रीमती रजनी सिंह द्वारा गोविन्द पिता शांतिलाल कलानी को 20 हजार रूपए की आर्थिक सहायता राशि दी गई-आंचलिक ख़बरें-राजेंद्र राठौर
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