झुंझुनू।निकटवर्ती ग्राम बड़ागांव के सिदेश्वर शिव मंदिर में आर्य समाज और पतंजलि योग समिति के योग साधको ने महाशिवरात्रि के अवसर पर बोधित्सव पर्व मनाया।शिव मंदिर प्रांगण में राष्ट्ररक्षा और पर्यावरण शुद्धि के लिए यज्ञ का आयोजन किया गया।आर्य समाज के प्रधान और केंद्रीय विद्यालय के पूर्व प्रिंसिपल धर्मव्रत शास्त्री के सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मुख्य यजमान के रूप में यज्ञवेदी पर पूर्व सरपंच राजेन्द्र प्रसाद सैनी ने अपनी धर्म पत्नी पूर्व सरपंच संतोष देवी के साथ हवन कुंड में आहुतियां देकर विश्व कल्याण और शांति की कामना की।महाशिव रात्रि के पावन अवसर पर मुख्य यजमान के साथ 11 जोड़ो ने भी यज्ञ में हवन सामग्री के साथ अपने अहंकार की भी आहुतियां दे कर सभी की मंगल कामना की।शास्त्री ने बताया कि आज के दिन महर्षि दयानंद को ईश्वरीय ज्ञान की अनुभूति हुई थी।उन्होंने कहा कि शिव का अर्थ कल्याण करने वाला होता है।परमेश्वर का नाम शिव है,शिव का अर्थ यज्ञ है,यज्ञ की अग्नि शिवलिंग है।जिस पर उत्तम पदार्थ चढ़ाने से शिवलिंग पूजा होती है।इस पूजा से ही पर्यावरण शुद्ध होता है।उन्होंने कहा कि आर्य समाज ज्ञान का प्रसारक है।बिना ज्ञान के व्यक्ति अपने लक्ष्य की प्राप्ति नहीं कर सकता है।इस अवसर पर उन्होंने शिव के अनेक रूपों की व्याख्या की।इस अवसर पर आर्य समाज के सचिव सुधाकर शर्मा,डॉ घासीराम सेवा समिति के सचिव हरीश चाहर,योग शिक्षक एवं पतंजलि योग समिति के सह राज्यप्रभारी पवन कुमार,मीडिया प्रभारी विक्रम आर्य,आर्य समाज के मदन लाल सैनी,आर्य समाज के संरक्षक नवरंग सिंह अंणगासरिया,योग प्रचारक मनोज सैनी,रामजी लाल सैनी,एडवोकेट मदन गिल,मोती लाल पटवारी, गोविंदराम माली,समाज के अध्यक्ष ओमप्रकाश सैनी,बूटाराम मास्टर,बजरंगलाल सैनी,लीला देवी सैनी,ताराचंद भोड़कीवाला, महेंद्र सैनी के अलावा अनेक महिलाओं और पुरुषों ने भाग लिया।