पूजन, हवन महाआरती एवं महाप्रसादी (भंडारा) रखा गया, पूरे मंदिर को विषेष रूप से सजाया गया
झाबुआ। शहर के कुरैशी कपाउंड में शासकीय आयुर्वेदिक हाॅस्पिटल के सामने स्थित श्री काल भैरव मंदिर पर प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी 16 नवंबर, बुधवार को बाबा का जन्मोत्सव एवं अष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर मंदिर में रात्रिकालीन सुंदरकांड, प्रातःकाल पूजन, हवन बाद दोपहर में महाआरती एवं महाप्रसादी (भंडारे) का भव्य आयोजन रखा गया।
जानकारी देते हुए मंदिर के सेवक युवा हर्ष सक्सेना ने बताया कि मंगलवार रात 9 बजे से पं. दशरथ जानी मित्र मंडल की ओर से सुंदरकांड पाठ किया गया, जो रात 12 बजे तक चला। रात्रि जागरण कर पूरे मंदिर को गुब्बारे , चमकीली पन्नीयों आदि से सजाया गया। अगले दिन 16 नवंबर, बुधवार सुबह 9 बजे से काल भैरवजी का श्रृंगार कर पूजन की गई। बाद 10 बजे से हवन का आयोजन हुआ। हवन में यजमान के रूप में मयूर सक्सेना परिवार ने लाभ लिया। हवन विधि-विधान से मंत्रोच्चार के साथ विद्वान पं. दशरथ जानी ने संपन्न करवाया।
दिनभर भक्तों की दर्शन-पूजन के लिए रहीं भीड़
दोपहर 12 बजे से हवन की पूर्णाहूति पर महाआरती का आयोजन हुआ। इस दौरान भगवान को चूरमे का भोग भी लगाया गया। महाआरती में बड़ी संख्या में भक्तजन शामिल हुए। बाद महाप्रसादी के रूप में दाल-बाफले, चावल, लडूड का भंडारा रखा गया, जो शाम तक जारी रहा। मंदिर में सुबह से लेकर रात तक भक्तजनों का दर्शन-पूजन के लिए आना-जाना लगा रहा।
इनका रहा विषेष सहयोग
कार्यक्रम में अतिथि के रूप में भाजपा खेल प्रकोष्ठ के जिला संयोजक शैलेष बिट्टू सिंगार, नगरपालिका उपाध्यक्ष लाखनसिंह सोलंकी के साथ मित्र मंडल के सदस्यगण भी उपस्थित रहे। वहीं संपूर्ण आयोजन को सफल बनाने में मंदिर से जुड़े भक्तजनों में शांतिलाल चैहान, भंवरसिंह पंवार, कृष्णलाल शर्मा, मनोज सोनी, गोपालभाई, कुलदीप सक्सेना, दीपक टेलर, हरिभाई सतोगिया, रमेश मालवीय, विरेन्द्र बामनिया, प्रकाषभाई, देवेन्द्र बंटी राणावत, मनीष जैन आदि ने सराहनीय सहयोग प्रदान किया।