जिला चिकित्सालय में उपचार बाद किया गया भर्ती
शासन एवं कलेक्टर के कड़ाई से प्रतिबंध के आदेष बावजूद शहर सहित जिलेभर में विक्रय एवं इस्तेमाल हो रहे चाय-नायलान के धागे, प्रषासन की बड़ी लापरवाही हो रहीं उजागर
झाबुआ। शहर के मारूति नगर निवासी तोषिका पिता विक्रमसिंह चैहान उम्र करीब 23 वर्ष अपने घर से एक्टिवा वाहन से बाजार के लिए निकली थी, तभी रास्ते में एक युवक द्वारा चायना-नायलान के धागे से पतंग उड़ाते समय पतंग का धागा चलती गाड़ी में बालिका के गले में अटक गया। जैसे-तैसे धागा हटाते समय होंठ पर टच होने से होंठ कट गया। जिस पर परिजनों द्वारा उपचार के लिए जिला चिकित्सालय लाकर प्राथमिक उपचार बाद भर्ती किया गया।
पिता विक्रमसिंह चैहान ने बताया कि यह घटना 12 जनवरी, गुरूवार शाम करीब 6 बजे की है। पुत्री तोशिका चैहान अपने घर से एक्टीवा से बाजार में खरीदी के लिए निकली ही थी, तभी मारूति नगर क्षेत्र में ही चलती गाड़ी में एक युवक द्वारा सड़क पर खड़े रहकर पतंग उड़ाते समय संभवतः चायना-नायलान का धागा होने से बालिका के गले में अटका। जिस पर वाहन रोकने पर गले से धागा निकालते समय पतंग उड़ा रहे युवक द्वारा धागा खींचने पर होंठ कट गया। परिवारजनों को सूचना मिलने पर जिला चिकित्सालय ले जाकर उपचार बाद बालिका को भर्ती करवाया।
प्रतिबंध के बावजूद क्यो विक्रय और इस्तेमाल हो रहे चायना-नायलान धागे ?
यहां बड़ा प्रष्न यह है कि मप्र शासन एवं जिलाधीष श्रीमती रजनीसिंह द्वारा भी मकर सक्रांति पर्व को लेकर जिले में चायना-नायलान के धागो के इस्तेमाल पर सख्ती से प्रतिबंधित आदेश जारी किया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बावजूद इसके बाजारों में धड़ल्ले से यह धागे कुछ दुकानदारों द्वारा खुलेआम बेचे जा रहे है। इन दुकानों से बच्चों एवं युवकों द्वारा चायना-नायलान धागा खरीदकर पतंग उड़ाते समय इस्तेमाल करने से यह पहला मामला सामने आया है। भविष्य में ओर भी कभी लोगों या पशु-पक्षियों के साथ घटनाएं हो सकती है, इससे पूर्व जिला प्रषासन एवं नगरपालिका प्रषासन को ऐसे धागों का विक्रय करने वाले विक्रेताओं के साथ पतंग उड़ाने में इस्तेमाल करने वालों पर भी सख्ती से कार्रवाई की जाना बहुत जरूरी है। उज्जैन में पिछले दिनों इसी कारण वाहन चलाते समय एक बालिका की मृत्यु की घटना की कहीं यहां पुनरावृत्ति ना हो।