राजपूत समाज द्वारा बहादुर सागर तालाब पर प्राचीन समय से चली आ रही दशाकर्म की परंपरा को कायम रखने के लिए नगर पालिका अध्यक्ष कविता सिंगार को आवेदन सोपते हुए समस्याओं से अवगत कराया।
राजपूत समाज के अध्यक्ष भेजो सिंह सोलंकी ने बताया राजपूत समाज द्वारा बहादुर सागर तालाब पर प्राचीन समय से दशाकर्म की परंपरा क्षत्रियों पर की जाती थी। वर्तमान में प्राचीन छतरी घाट की दशा अत्यंत खराब है एवं बहादुर सागर में पर्याप्त जल का अभाव है। और पूरे तालाब में गंदगी एवं जलकुंभी का साम्राज्य फैला हुआ है अतः दशाकर्म के दौरान स्नान करने में जातको को परेशानी आती है एवं घाट पर गंदगी होने से क्रियाकर्म करने में भी कटने का सामना करना पड़ता है। राजपूत समाज जनों का नगर पालिका प्रशासन से आग्रह है कि इस संवेदनशील मुद्दे पर उचित कार्रवाई करें।
तथा छतरी घाट पर स्नान हेतु टंकी निर्माण व नल सुविधा कर वैकल्पिक व्यवस्था प्रदान करें साथ-साथ छतरी घाट पर सफाई पर भी ध्यान देने का कष्ट करें।