चित्रकूट। भरतकूप क्रेशर नगरी में एनजीटी के नियम का पालन नहीं करने वाले क्रेशर कागजों पर हुए थे बंद । जमीनी हकीकत कुछ और कर रही थी बया । बिजली विभाग के एसडीओ की छत्रछाया में बंद के क्रेशरों का हो रहा था संचालन । सूत्रों की माने तो एसडीओ ने निगरानी के लिए लगाए गए थे दो कर्मचारी । जांच होने पर जेई पर गिरी गाज । लेकिन क्रेशर मालिकों के साथ संलिप्त एसडीओ पर अभी भी नहीं हो सकी कोई कार्रवाई । खनिज विभाग एवं राजस्व विभाग की कार्यशैली पर भी उठ रहे सवालिया निशान। सोशल मीडिया पर लगातार खबरें वायरल होने के बाद भी आखिर जिम्मेदारों ने आज तक क्यों नहीं की कार्रवाई । बंद क्रेशर की जांच करने वाले अधिकारी भी आखिर क्यों नहीं निभाई अपनी जिम्मेदारी । जिम्मेदारों के द्वारा जांच की जगह क्रेशर संचालकों की तरफ से क्रेशर बंद होने की क्यों सौंपी जाती थी क्लीन चिट।

