हिन्दी दिवस 14 सितम्बर को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रातीतलाई झाबुआ में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन-आंचलिक ख़बरें-राजेन्द्र राठौर

News Desk
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झाबुआ 14 सितम्बर, 2022। हिन्दी दिवस दिनांक 14 सितम्बर 2022 को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रातीतलाई झाबुआ में नालसा (बच्चों को मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाऐं और उनके संरक्षण के लिए विधिक सेवाऐं) योजना-2015 के अंतर्गत विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहम्मद सैय्यदुल अबरार के निर्देशानुसार एवं प्राधिकरण के सचिव/जिला न्यायाधीश लीलाधर सोलंकी अध्यक्षता एवं जिला न्यायाधीश भरत कुमार व्यास, न्यायिक मजिस्ट्रेट विजय पाल सिंह चैहान की उपस्थिति में संपन्न हुआ। शिविर का शुभारंभ न्यायाधीशगणों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। विधिक साक्षरता कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करते हुये सोलंकी ने कहा कि हमें विधि की जानकारी होना चाहिए। तभी हम अपने व किसी अपनों के साथ होने वाले अन्याय व अत्याचार के विरूद्ध आवाज उठा सकते है। भारतीय संविधान द्वारा हमें अधिकार दिए गए है और कर्तव्यों की व्याख्या भी की गई है। इनका हमें पूर्णनिष्ठा से निर्वहन करना चाहिए। शिविर के माध्यम से बताया गया कि पढ़ने, लिखने के दौरान आने वाली समस्या से घबराने की जरूरत नहीं है। लक्ष्य के लिए प्रयास करने की जरूरत को आदत में शामिल करें। उन्होंने कहा कि नियम और कानून समाज को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए बनाए गए है। न्यायाधीश सोलंकी ने कहा कि विधिक साक्षरता शिविर में सामान्य कानून की जानकारी देने का भी काम कानूनी प्रावधानों के अनुसार है। सोलंकी ने निःशुल्क विधिक सहायता, बालकों के अधिकार, संवैधानिक कर्तव्य आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। शिविर में जिला न्यायाधीश भरत कुमार व्यास द्वारा छात्रों को हिन्दी दिवस की शुभकामनाऐं दी एवं अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए परिश्रम एवं लगन से अध्ययन करने और गुरूओं के सम्मान करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने छात्रों से कहा कि महापुरूषों के जीवन से हमें सीख लेकर युवा शक्ति का सकारात्मक प्रयोग करना चाहिए। कार्यक्रम में न्यायिक मजिस्ट्रेट विजय पाल सिंह चैहान ने बच्चों को बताया कि नैतिक शिक्षा और सामाजिक व्यवहार भी अध्ययन के साथ-साथ आवश्यक है एवं विधिक साक्षरता शिविर के माध्यम से व्यक्तित्व विकास में सहायता मिलती है एवं महापुरूषों के जीवन चरित्र को पढ़ने की समझाईस दी गई। शिविर में जिला विधिक सहायता अधिकारी सागर अग्रवाल ने अपने संबोधन में छात्रों को बाल विवाह जैसे कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रोत्साहान दिया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका श्रीमती हीना कोठारी एवं आभार प्राचार्य रविन्द्र सिंह सिसौदिया ने माना। उक्त शिविर में स्कूल स्टॉफ एवं छात्रगण उपस्थित रहें।

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