◾गाँव गड़रियन का पुरवा, पुरवा कुशल और कान्हो व आशा का पुरवा आये चपेट में।
◾गेंहू सरसों और आलू की फसल हुई प्रभावित।
◾जरूरत से अधिक खेतों में पानी भर जाने से फसल होगी बर्बाद,किसानों को करोड़ों का नुकसान।
◾नहर की खंदी बन्द कराने के लिये सर्द रात में जमे रहे आलाधिकारी।
फफूँद,औरैया। शनिवार की रात लगभग नौ बजे इटावा ब्रांच नहर गांव गडरियन का पुरवा के सामने कट जाने से लगभग पांच सौ एकड़ किसानों की फसल जलमग्न हो गयी।फसल में अत्यधिक पानी भर जाने से सड़ कर खराब हो जाने की संभावना है जिससे क्षेत्रीय किसानों को करोङो की आर्थिक क्षति पहुंचेगी तथा किसानों के सामने गृहस्थी में खाने पीने के लिए भी अनाज नही बचेगा।किसानों की सूचना पर रात भर आलाधिकारी डटे रहे और नहर की कटी हुई खंदी को बंद कराया। शनिवार की रात लगभग नौ बजे बिधूना तहसील ब्लाक अछल्दा के गाँव गड़रियन का पुरवा के सामने इटावा ब्रांच नहर की खंदी अज्ञात कारणों से कट गयी धीरे धीरे जब पानी गांव गड़रियन का पुरवा में घुसा तब किसानों को इसकी जानकारी हुई जानकारी मिलते ही किसान नहर की ओर भागने लगे तथा जिला प्रशासन को सूचना दी जब तक अधिकारी व ग्रामीण इकट्ठा हुए तब तक गांव गड़रियन का पुरवा,पुरवा कुशल,कन्हो व आशा का पुरवा की सैकड़ों किसानों की लगभग पांच सौ एकड़ गेंहू,आलू,सरसों फसल जलमग्न हो गयी ।जिसमे सबसे अधिक किसानों को गेंहू की फसल का नुकसान हुआ है। पीड़ित किसान प्रमोद,भरत सिंह,जयवीर सिंह ,उदय भान,राजेन्द्र सिंह आदि ने बताया कि फसलों में अभी सिंचाई हो चुकी थी जिससे खेतों में काफी नमी थी अभी लगभग महीने भर फसलों को पानी की जरूरत नही थी नहर कटने से फसलों में अत्यधिक पानी भर गया जिससे गेंहू,आलू,सरसों की फसल सड़ कर बर्बाद हो जाएगी और किसानों को करोङो का नुकसान होगा।किसानों ने बताया कि अधिकतर किसानों के पास खाने लिए भी अनाज नही बचेगा।फसलों को डूबने से किसान सदमे में है। किसान राजेन्द्र सिंह ने बताया कि मैं खुद समय समय पर सिंचाई विभाग को नहर की पटरी कमजोर होने की जानकारी देता रहा हूं लेकिन सिंचाई विभाग के जिम्मेदारों ने इस पर ध्यान नही दिया जिससे पटरी कट गई और किसान बर्बाद हो गए। सूचना रात में ही अपर जिलाधिकारी महेंद्र पाल सिंह,अपर पुलिस अधीक्षक, एसडीएम बिधूना लवगीत कौर,तहसीलदार बिधूना जितेश वर्मा,नायब तहसीलदार ,सीओ अजीलमल व बिधूना सहित जनपद के आलाधिकारी सर्द रात में ही नहर की पटरी पर पहुंच गए और रात में ही जीसीबी से खंदी को बंद कराया।खंदी बन्द कराने का काम रविवार की दोपहर तक चलता रहा।