आवास व शौचालय के लिए काट रही थी अधिकारियों के चक्कर
चित्रकूट। आवास एवं शौचालय की योजना का लाभ पाने के लिए सालों से चक्कर लगा रही पात्र विधवा दिव्यांग महिला को विभागीय अधिकारी और कर्मचारी अब तक आवास एवं शौचालय तो नहीं दिला पाए, किंतु क्षेत्र के युवा समाजसेवी संतोष सिंह ने अपने निजी खर्चें से विधवा दिव्यांग महिला की झोपड़ी के बाहर हैंडपंप लगवाकर सराहनीय कार्य किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सदर तहसील क्षेत्र अंतर्गत सुदिनपुर गांव की निवासी विधवा दिव्यांग महिला मीरा देवी पत्नी स्व चुनबाद पाल बेहद गरीब परिवार से है। वह 90 प्रतिशत दिव्यांग है और न तो उसके पास रहने के लिए घर है और न ही शौचालय है। इसके लिए मीरा वर्ष 2018 से सम्बंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के चक्कर लगा रही है। इसके बावजूद अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। इस दौरान रसिन गांव के युवा समाजसेवी संतोष सिंह से मीरा ने मदद की गुहार लगाई। जिसमें संतोष ने जनसुनवाई पोर्टल पर मीरा की समस्या की जानकारी दी। हालांकि लगभग एक साल पहले इस पोर्टल पर जानकारी दी गई कि मीरा मुख्यमंत्री आवास योजना के लिए पात्र है और साइट खुलने पर नाम जोड़कर लक्ष्य प्राप्त होने पर नियमानुसार आवास का आवंटन किया जाएगा, किंतु आवास का आवंटन अब तक नहीं किया गया। इस दौरान मीरा की पुत्री की शादी भी तय हो गयी। ऐसे में रसिन प्रधान दरबारी लाल के पुत्र युवा समाजसेवी संतोष सिंह ने अपने निजी खर्चें से मीरा की झोपड़ी के बाहर हैंडपंप लगवाकर समाज में एक नजीर पेश की है। गौरतलब है कि समाजसेवी संतोष सिंह महिन्द्रा गु्रप के महाराष्ट कलस्टर के कलनरी हेड है और जिले में समाजसेवा के जरिए जरूरतमंदों की मदद करने में हमेशा आगे रहते है।