मकर संक्रांति के पर्व पर विभिन्न स्थानों पर लगें मेले-आंचलिक ख़बरें-मनीष गर्ग

News Desk
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पन्ना जिला के विधानसभा क्षेत्र गुनौर में कई जगह पर छोटे बड़े मेलों का आयोजन होता चला आ रहा है। जिसमें मुख्य रूप से ककरहटी के पास ककरहटा पंचायत अंतर्गत झिन्ना का मेला देवेंद्र नगर थाना अंतर्गत देवेंद्र नगर बाघ के पास झिरियन मेला फुलवारी ग्राम पंचायत अंतर्गत गजास का मेला थाना सलेहा अंतर्गत मुरकुछ पंचायत में अमुआ का मेला पटना के पास सिद्धनाथ मेला कल्दा एरिया का मेला अमानगंज थाना अंतर्गत द्वारी का मेला डोभा पंचायत में बरबसपुरा का मेला पंडवन मेला गुनौर थाना अंतर्गत बेहरासर का मैला मढेंश्वर का मेला एवं खुटहा मंदिर
में मेले लगे।
मेलों का महत्व
मेला पुराने समय में लोगों की कई प्रकार के खेलों का मनोरंजन जरूरतों की पूर्ति के लिए देखने को मिलता है कई प्रकार आवश्यक व्यवस्था थी। जिसमें की कलाकारिया कलाकार मेलों गृहस्थी की ऐसी उपयोगी चीजें में आकर दिखाते हैं जिसका बूढ़े जो बाजार में भी नहीं मिल पाती है बच्चों सभी को आनंद मिलता है मेले में मिल जाती हैं क्योंकि मेलो पिछड़े वर्ग के सभी जाति के लोगों में दूसरे क्षेत्रों के भी व्यापारी के लिए तो मेले का बहुत अधिक अपनी दुकान लेकर आते हैं ऐसी महत्व है मेले के माध्यम से कई दुर्लभ चीजें जो बाजार में ढूंढने पर लोगों के लड़का लड़कियों की नहीं मिलती हैं वह भी मेलो के शादी विवाह भी तय हो जाते हैं माध्यम से मिल जाती हैं। मेलों के लड़का लड़कियों का देखना भी माध्यम से लोगों का आपस में हो जाता है । मिलना जुलना भी होता है जो लोग लोगों को मेले में शामिल होकर कभी घरों से बाहर नहीं निकलते मेलों के आयोजन का फायदा ऐसे लोग भी मेला घूमने जाते हैं उठाना चाहिए एवं मेलों में होने और विभिन्न क्षेत्रों के लोगों का वाली ठगी एवं नशापत्ती से बचना मेले में संगम होता है । मेलों में भी चाहिए।

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