अकादमिक समझौता ज्ञापन एवं गुरु शोध दक्षता कार्यक्रम-आंचलिक ख़बरें-राजेन्द्र राठौर

Aanchalik Khabre
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झाबुआ 13 सितम्बर, 2022। व्यवस्थित, मौलिक, सामाजिक योगदान एवं ज्ञान आधारित शोध ही प्रासंगिक है। शहीद चंद्रशेखर आजाद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय झाबुआ में डॉ. भीमराव अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू, मध्य प्रदेश द्वारा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ,भारत सरकार, नई दिल्ली के तत्वधान में स्ट्राइड के अंतर्गत सोशल एक्शन रिसर्च फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट आफ ट्राईबल कम्युनिटीज इन वेस्टर्न मध्य प्रदेश और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत फैकल्टी रिसर्च कैपेसिटी बिल्डिंग ट्रेनिंग का आयोजन प्राचार्य डॉ जे .सी. सिन्हा की अध्यक्षता में किया गया स कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व विषय विशेषज्ञ प्रो. डी.के वर्मा, निदेशक डॉ. भीमराव अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू ने गुरु शोध दक्षता विषय पर विस्तृत व्याख्यान देते हुए महाविद्यालय में कार्यरत समस्त प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक, अतिथि विद्वान, जन भागीदारी अतिथि विद्वानों को महाविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत सतत व्यापक मूल्यांकन विधा के माध्यम से विद्यार्थियों को अनुसंधान आधारित गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर प्रकाश डाला । उन्होंने कहा कि शिक्षा में नवाचार एवं रोजगारन्मुखी पाठ्यक्रमों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में प्रयुक्त किए जाने वाले संसाधनों पर व्यवस्थित ,मौलिक, सामाजिक योगदान, एवं ज्ञानवर्धक शोध व अनुसंधान कर क्षेत्र विशेष, राज्य, देश व वैश्विक स्तर पर देश को शोध के शिखर पर पहुंचाया जा सकता है व विकास के लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सकता है। इस हेतु महाविद्यालय एवं डॉ. बी.आर. अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू के मध्य अकादमिक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किया गये । डॉ. डी.के वर्मा द्वारा संस्था के समस्त शैक्षणिक स्टाफ को फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम माह जनवरी से मार्च 2022 के प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए । इस अवसर पर डॉ. छोटेलाल उटावदे, परियोजना एसोसिएट, संतोषी मुवेल ,परियोजना एसोसिएट महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ अंजना सोलंकी, डॉ. संजू गांधी ,डॉ. उषा पोरवाल, डॉ. आर एस अजनार, प्रो.जे.एस. भूरिया व समस्त स्टाफ उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी डॉ.रविंद्र सिंह ने किया आभार वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ अंजना सोलंकी ने माना।

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