मनुष्य की मुक्ति का उपाय इस कलयुग में केवल श्रीमद् भागवत कथा ही है : पवन कृष्ण शास्त्री जी नरौल: लहार क्षेत्र के ग्राम नरौल में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्री 1008 खेड़ापति सरकार हनुमान जी महाराज के स्थान पर श्रीमद् भागवत कथा चल रही है जिसमें कथा व्यास पंडित श्री पवन कृष्ण शास्त्री जी महाराज (जन्मस्थली नरोल )श्री धाम वृंदावन के श्री मुख से संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का रसास्वादन किया जा रहा है जिसमें आज भगवान विष्णु के तीसरे अवतार भगवान बामन की कथा का श्रवण किया गया है जिसमें राजा बलि से बामन भगवान ने 3 पग भूमि को दान में मांगा था राजा बलि के संकल्प करने के बाद राजा बलि ने वामन भगवान से कहा कि प्रभु तीन पग धरती स्वीकार करें पहले ही पहले ही पांव में आकाश को और दूसरे पांव में समस्त धरती को नाप लिया जब भगवान बामन ने बली से कहा कि वली मैं तीसरा पैर कहां पर रखूं राजा बलि ने प्रभु धन से धन का मालिक बड़ा होता है तीसरा पाव आप मेरे सर पर रखें भगवान बामन ने बली को सुतल लोक का राज्य दे दिया इसके बाद पवन कृष्ण शास्त्री जी द्वारा भगवान श्री राम के जन्म की कथा सुनाई नवमी तिथि मधुमास पुनीता शक्ल पक्ष अभिजित हरि प्रीता भगवान श्रीराम का जन्म चैत की नवमी को हुआ था भगवान श्री राम ने मर्यादा पुरुषोत्तम बनकर सारे जगत को अपनी लीलाएं दिखाई और भगवान श्री कृष्ण के जन्म की कथा सुनाई भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद की अष्टमी को रात्रि को 12:00 बजे हुआ था।