शहीदों को अर्पित की श्रद्धांजली
झुंझुनू। जिला मुख्यालय स्थित शहीद स्मारक में 11 जाट रेजीमेन्ट ने अपना 58 वां स्थापना दिवस शहीदों को श्रद्धांजली देकर मनाया। संगठन व वीरता और जाट बलवान जय भगवान के उद्घोष के साथ बटालियन द्वारा की गई उपलब्धियों पर चर्चा की गई।
राजस्थान गौरव सेनानी शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजवीर चनाना ने बताया कि मेजर भागूराम सहारण के नेतृत्व में 1 अप्रैल 1964 को बटालियन की स्थापना की गयी थी। 1965, 1971 के युद्ध ऑपरेशन मेघदूत ऑपरेशन रहीनो, ऑप पराक्रम में बटालियन ने विशेष योगदान एवं बलिदान दिया। बटालियन जाट रेजीमन्ट की पहली यूनिट है जो सियाचिन ग्लेशीयर में सबसे पहले जाने का गौरव हासिल है।
अब तक देश सेवाओं में 66 जवानों की शहादत देने वाली बटालियन को बहादूरी के लिये यूनिट, प्रशन्सा पत्र के साथ अशोक चक्र, महावीर चक्र, किर्ती चक्र व सेना मेडल से सम्मानित किया गया है। प्रवक्ता हरलाल डांगी ने बताया कि अनेक उपलब्धियों के कारण भारतीय सेना की बेहतरीन यूनिटों में शामिल होने की वजह सयुंक्त राष्ट्रसंघ के अधिन लेबनान में अपनी सेवा देकर जाट रेजीमेन्ट को गौरवान्वित किया वर्तमान में बटालियन कलकता में अपनी सेवा दे रही है। यूनिट के सेवानिवृत सैनिकों ने कोरोना काल संकट घड़ी में प्रधानमन्त्री कोष में 2,51,000 रू का चैक देकर अपना योगदान दिया।
इन्होंने भेजा बधाई संदेश
इस मौके पर लेफ्टीनेंट जनरल एस टी उपासनी, लेफ्टिनेंट जनरल बी एस राजू (डीजीएमओ), मेजर जनरल पी पी एस बाजवा, कमान्डिग ऑफिसर कर्नल जीवन बी और कर्नल जी एस बाघेला शोर्य चक्र, मेजर एम एस संधू ने बधाई सन्देश प्रेषित किया।
इस मौके पर कैप्टन हरपाल सिंह कटेवा, हरफूल सिंह, मनीराम, सबल सिंह, नेमीचन्द, राम करण, महावीर ढाका, विजेन्द्रसिंह, कमल सिंह, सूबेदार गिरधारी, हवलदार कन्हैया लाल, प्रमोद कुमार, हरलाल सिंह डांगी, बनवारी लाल, राजपाल, हरलाल सिंह खीचड़, रोहताश मल व अन्य यूनिट के पुर्व सैनिक मौजूद रहे।