नगर नसरुल्लागंज में गौरव दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया. जगह-जगह लोगों ने पंडाल लगाकर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चौहान का स्वागत किया. नगर में जगह-जगह स्वागत द्वार थे एवं आम नागरिक को में खुशी की लहर थी. मगर गौरव दिवस किस बात का मनाया गया, किस चीज के लिए मनाया गया. वही पुरानी घोषणाएं, वही पुराने वादे, फिर जनता के सामने रख दिए गए. और नगर की जनता को वर्षों से लगी एक आस कि, नगर नसरुल्लागंज का नाम भेरूंदा होगा. उस पर भी लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है. माना यह जा रहा है कि, गौरव दिवस की तैयारियों को लेकर 1 दिन पहले नगर की नालियों को फरशी से ढक दिया गया. एवं बड़े-बड़े होर्डिंग बोर्ड नाले के आसपास लगा दिए गए. जिससे मुख्यमंत्री को यह लगे कि नगर स्वच्छ है, गौरव दिवस के इस मंच पर नगर के वरिष्ठ एब जातिगत आधार पर, साल श्रीफल के द्वारा सभी का सम्मान किया गया. इससे ऐसा लगता है कि, यह गौरव दिवस नहीं आने वाले चुनाव की तैयारियां थी. मुख्यमंत्री के भाषण के कुछ समय पश्चात एक बालिका एक टेबल पर खड़ी होकर, अपनी पीड़ा सुना रही थी, जिसको उपस्थित प्रशासन ने नीचे उतार कर, उसकी बात को दबा दिया गया. उसे अपनी पीड़ा मुख्यमंत्री तक नहीं पहुंचाने दी गई.