विदिशा // प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय मंशापूर्ण हनुमान मंदिर के पास स्थित सेवा केंद्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसका विषय था मूल्यनिष्ठ समाज के निर्माण में महिलाओं का योगदान जिसमें बीके रेखा दीदी ने बताते हुए कहा कि समाज में जन्म लेने वाले हर एक की मां प्रथम गुरु होती है मां शब्द का जितना वर्णन करें उतना कम है महान वैज्ञानिक अल्वा एडिसन को बचपन में उनके शिक्षकों ने उनके हाथ में एक प्रचा थमाकर घर वापस भेज दिया था उसमें लिखा था आपका बच्चा मंदबुद्धि है हम इसे नहीं पढ़ा सकते आप कहीं और इसकी व्यवस्था करें जब बालक एडमिन ने मां से पूछा मां इसमें क्या लिखा है तब मा ने सकारात्मकता की प्रतिमूर्ति उस मा ने पर्ची को इस तरह पढ़ कर सुनाया आपका बच्चा बहुत मेघावी है इतने उच्च स्तर के शिक्षक हमारे पास नहीं है कृपया आप स्वयं इसे पढ़ाइए इतना कहकर मा ने उसे गले लगा लिया सुप्रसिद्ध महान वैज्ञानिक एडिसन बना दिया ऐसी होती है मां कार्यक्रम में उपस्थित एसआई प्रियंका तिवारी मैडम ने अपने विचार रखते हुए कहा कि मां सहनशक्ति की अवतार होती है एक बच्चे के लिए मां क्या-क्या सहन नहीं करती है हमें अपने माता-पिता के लिए सदा रेडी रहना चाहिए उनका ख्याल रखना चाहिए तो मैं मानती हूं वृद्धाश्रम की आवश्यकता नहीं रहेगी सेंटर संचालिका बीके रुकमणी दीदी ने सभी माता बहनों को सौगात देकर सम्मान किया शांति की अनुभूति के लिए राजयोग मेडिटेशन कराया कार्यक्रम में डॉ रमेश सोनकर पूर्व जिला स्वास्थ्य अधिकारी अधिक संख्या में माता बहने उपस्थित रहे ।