मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के ग्राम पीपलखेड़ा की समिति में पंजीयन कराने आ रहे किसानों को खासी मशक्कत करना पड़ रही है. कृषकों ने बताया कि पंजीयन कराने के लिए दो दिन से आ रहे हैं, फिर भी पंजीयन नहीं हुआ है. एक सवाल के जवाब में किसानों ने कहा कि हम शाखा खुलने के पूर्व से ही आ जाते हैं. फिर भी हमें निराश होकर ही लौटना पड़ता है. कछुआ चाल से चल रहे पंजीयन को लेकर हमने पंजीयन ऑपरेटर पंकज किरार एवं जितेंद्र विश्वकर्मा से पूछा तो, उनका कहना है कि सर्वर डाउन चलने के कारण पंजीयन बहुत ही धीमी गति से हो रहे हैं.
एक और तो सरकार एवं संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी किसानों के हित की बात करते नहीं थकते. वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो मौके पर व्यवस्थायें चकनाचूर पड़ी है. अगर हम पूर्व के केंद्रों की बात करें तो पीपलखेड़ा के समीप ग्राम थान्नेर कि समिति में पंजीयन केंद्र था, जिससे थान्नेर, पोरूखेड़ी आदि ग्रामों के किसानों की उपज के पंजीय होते थे. जिसे अब बंद कर दिया है. किसानों ने सरकार की व्यवस्थाओं पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा है कि, संबंधित विभाग के जिम्मेदार अधिकारीयों की लापरवाही और उदासीनता का ही नतीजा है, की उपज के पंजीयन के लिए किसान इतना परेशान हो रहा है. किसानों ने संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से मांग करते हुए कहा है, कि सिस्टम को अति शीघ्र सुधारा जाये. साथ ही पंजीयन की तिथि को भी आगे गए बढ़ाया जाए.