विद्यार्थी का चरित्र निर्माण करना हर शिक्षक की जिम्मेवारी ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी-आंचलिक ख़बरें-भैयालाल धाकड़

News Desk
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विदिशा//प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय ए 33 मुखर्जी नगर सेवा केंद्र द्वारा भारत के गौरव शिक्षक विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें समस्त शिक्षकों का सम्मान किया गया। ब्रह्माकुमारी रुकमनी दीदी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि विद्यार्थी काल में जो संस्कार बनते हैं उन पर जीवन की मंजिल खड़ी होती है। विद्यार्थी जीवन में जो आदतें पड़ जाती हैं वही धीरे-धीरे पक्की हो जाती है। विद्यार्थी जीवन भी शीघ्र प्रभावित होने वाला जीवन है अतः उसे ऐसी शिक्षा की जरूरत है जो उसमें अच्छे संस्कारों का निर्माण करें। शिक्षको का लक्ष्य पढ़ाना, लिखाना या एक श्रेणी को पास करा अगली श्रेणी में पहुंचाना ही नहीं है अपितु संसार में जो कुछ हो रहा है उसके सत्य पहलू से अवगत कराना भी है। ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी ने कहा कि चरित्र निर्माण हर मनुष्य का ध्येय होना चाहिए लेकिन विद्यार्थियों के लिए विशेष ध्यान रखने का विषय है इसलिए पहले की गुरुकुल शिक्षा में यह नियम होता था कि विद्यार्थी 25 साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करें। श्रेष्ठ चरित्र निर्माण की पहली शर्त है ब्रह्मचर्य व्रत का पालन। चरित्रवान व्यक्ति हर परिस्थिति का सामना कर सकता है, समाज का मार्गदर्शन कर सकता है, देश के उत्थान के निमित्त बन सकता है। श्रेष्ठ चरित्र मनुष्य की सबसे बड़ी ताकत है जिससे असंभव को भी संभव किया जा सकता है। यह मनुष्य का रक्षा कवच है इसलिए कहा गया है कि मनुष्य अपने चरित्र की रक्षा करें तो यह चरित्र मनुष्य की ताकत बन हर हाल में हर परिस्थिति में उसकी रक्षा करता है विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण में शिक्षक की बहुत बड़ी भूमिका होती है। भोपाल से आईं नंदनी बहन ने बताया कि आधुनिक समय में ब्रह्माकुमारी एक ऐसी संस्था है जहां श्रेष्ठ चरित्र निर्माण की शिक्षा को सर्वोपरि महत्व दिया जा रहा है। जिसका आधार है सत्य ज्ञान और राजयोग। देह अभिमान के कारण मनुष्य का मूल कम हो गया है। सत्य स्वरूप आत्मा का ज्ञान मनुष्य को महान बनाता है। नित्य राजयोग के अभ्यास से श्रेष्ठ चरित्र एवं श्रेष्ठ संस्कारों का निर्माण होता है। अतः हम सब मिलकर राजयोग का अभ्यास करें और चरित्रवान समाज देश का निर्माण करें। ब्रह्माकुमारी दीदियों के द्वारा सभी शिक्षकों का पटका, फूल, श्रीफल, माला आदि से स्वागत व सम्मान किया गया। लायन अरुण कुमार सोनी प्रदेश उपाध्यक्ष मानव अधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग, राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित बलवीर तोमर, राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित विजय कुमार श्रीवास्तव, अणानी कंपनी मैनेजर विनय सक्सेना, डॉ ओजस्विनी जौहरी, लखन सिंह रघुवंशी, अरविंद अवस्थी, दीपक जैन, वीरेंद्र शर्मा, प्रेम नारायण सेन, काशीराम बघेल, आदि अधिक संख्या में शिक्षकगण कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

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