नवाबगंज। नगर से सटे गांव याकूबपुर के तालाब को कब्जा मुक्त कराने को, यहां के एक समाजसेवी ने लड़ाई लडते लड़ते, अपने प्राण न्योछावर कर दिए तो, उनके पुत्र ने प्रधान के साथ मिलकर, इस जंग को आगे बढ़ाया और, इसमें हम कदम बने एक किसान नेता। तीनों की पैरवी पर होली पर्व से पूर्व तहसील प्रशासन ने सभी से दो दिन में, तालाब से कब्जा हटाने की चेतावनी दी थी, पर किसी ने अपना कब्जा नही हटाया। गुरूवार को उक्त तीनों तहसीलदार से मिले तो, तहसीलदार ने हल्का लेखपाल को त्वरित कब्जे हटवाने के निर्देश दिए। तहसीलदार के निर्देश पर, हल्का लेखपाल जेसीबी के साथ मोके पर पहुंचे, और एक के बाद एक कर आत्माराम, रामपाल, रंजीत व वीरपाल के अस्थाई कब्जों को धाराशाही कर दिया, जबकि दो स्थाई कब्जों को ढहाने का साहस नहीं कर सके। लेखपाल ने बताया कि, इन स्थाई कब्जों के बारे में अधिकारियों को रिपोर्ट दे दी गई है, और अतिक्रमण हटाने के लिए, धारा 67 की कार्यवाही की जाएगी ।
बताते चले कि, याकूब गांव में पश्चिम दिशा में करीब छः बीघे का तालाब है, जिस पर भू माफियाओं की नजरे गढ़ गई हैं। जानकारी के अनुसार भू माफियाओ ने कुछ जमीन को बेंच भी दिया है। कुछ पर प्रशासन से मिलाभगत कर, तालाब की श्रेणी बदलवाकर, आवासीय पट्टे करवा लिए गए ।जिन पर पीएम आवास भी आवंटित होने के साथ ही, निर्माण भी हो गए। इस तालाब को कब्जा मुक्त कराने को यहां के मेवाराम भगत ने, धरने प्रदर्शन करने के साथ ही कोर्ट कचहरी तक के चक्कर काटे, पर उनके जीवित रहते तालाब से कब्जे नही हटे। मेवा राम भगत के निधन के बाद उनके पुत्र हरीशंकर, प्रधान संतोष कुमार व, किसान नेता चन्द्र प्रकाश उर्फ पप्पू ने मुहिम को आगे बढाया, तो गुरूवार को तहसीलदार गौतम सिंह ने हल्का लेखपाल, बृज किशोर कटियार को तालाब से त्वरित कब्जे हटवाने के आदेश दिए। तहसीलदार के आदेश पर हल्का लेखपाल ने पुलिस के साथ मौके पर जाकर, अस्थाई अबैध कब्जों पर जेसीबी चलवाकर, अतिक्रमण ध्वस्त करा दिए । एसडीएम राजीव कुमार शुक्ल ने बताया कि, ग्रामीणों की शिकायत पर याकूबपुर के तालाब से अबैध कब्जे हटवाने के साथ ही, चेतावनी दी गई है कि, तालाब में भविष्य में कोई भी कब्जा होता है, तो कब्जा करने बाले पर कड़ी कार्रवाही की जाएगी।