वरिष्ठ साहित्यकार भंडारी की आठवीं पुस्तक ‘‘वर्णमाला में मनोभाव’’ का राष्ट्रीय स्तर पर चयन

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राजेंद्र राठौर

यशवंत भंडारी ‘यश’ का साहित्यिक क्षेत्र में भारत बुक आॅफ रिकार्ड-2022 में चयनित होना संपूर्ण अंचल के लिए गौरव का विषय -ः वरिष्ठ इतिहासकार डाॅ. केके त्रिवेदी

 

भंडारी विलक्षण प्रतिभा के धनी है, आप हर क्षेत्र और विद्याओं में पारंगत है -ः वरिष्ठ भाजपा नेता दौलत भावसार

वरिष्ठ साहित्यकार भंडारी की आठवीं पुस्तक ‘‘वर्णमाला में मनोभाव’’ का राष्ट्रीय स्तर पर चयन होकर सर्टिफिकेट एवं मेडल प्राप्त होने पर गरिमामय सम्मान समारोह का हुआ आयोजन
विभिन्न संस्थाओं एवं गणमान्यजनों ने शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए भावभरा अभिनंदन किया

झाबुआ। अंचल के प्रसिद्ध समाजसेवी एवं प्रख्यात साहित्यकार यषवंत भंडारी ‘यष’ की आठवीं पुस्तक ‘वर्णमाला में मनोभाव’’ का हाल ही में ‘‘भारत बुक आॅफ रेकार्ड-2022’’ में चयन होकर उन्हें इसका सर्टिफिकेट और मेडल प्राप्त होने पर 11 फरवरी, शनिवार रात 8 बजे से स्थानीय कृषि उपज मंडी के समीप निजी रेस्टोरेंट में गरिमामय समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित अतिथियों एवं मौजूद समस्त गणमान्यजनों ने उनकी साहित्य के क्षेत्र में सेवाओं की सराहना करते हुए उन्हें अंचल के कोहीनूर रत्न की उपाधि दी। साथ ही उनका सभी ने मिलकर भावभरा अभिनंदन भी किया।
जानकारी देते हुए कार्यक्रम प्रबंधक प्रवीणकुमार सोनी एवं दौलत गोलानी ने बताया कि आयोजित समारोह में अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त प्राचार्य एवं वरिष्ठ इतिहासकार डाॅ. केके त्रिवेदी, वरिष्ठ भाजपा नेता दौलत भावसार, सामाजिक महासंघ जिलाध्यक्ष नीरजसिंह राठौर, सकल व्यापारी संघ अध्यक्ष संजयकुमार कांठी, श्वेतांबर जैन श्री संघ के प्रवक्ता डाॅ. प्रदीप संघवी एवं झाबुआ मीडिया क्लब अध्यक्ष यषवंतसिंह पंवार तथा रोटरी क्लब ‘मेन’ अध्यक्ष कार्तिक नीमा उपस्थित थे। समारोह की अध्यक्षता यशवंत भंडारी ‘यश’ ने की। प्रारंभ में प्रवेष द्वार पर सभी आगंुतकों का तिलक कर एवं रत्नजड़ित माला पहनाकर स्वागत भारतीय जैन संघठना के जिलाध्यक्ष सुनिल संघवी एवं जिला महामंत्री राजेन्द्र आर भंडारी ने किया। अतिथियों ने मां सरस्वतीजी की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत पुष्पमाला एवं पुष्प गुच्छ भेंटकर किया गया। स्वागत उद्बोधन राष्ट्रीय कवि संगम के जिलाध्यक्ष प्रवीणकुमार सोनी ने दिया। भंडारी कोहीनूर रत्न के समान
इस अवसर पर सामाजिक महासंघ जिलाध्यक्ष नीरजसिंह राठौर ने कहा कि भंडारी को यदि कोहीनूर रत्न की उपाधि दी जाए, तो वह भी कम है। आपने जो साहित्य के क्षेत्र में यह स्वर्णिम उपलब्धि हासिल की है, वह निष्चित ही अंचल को आजीवन गौरवान्वित करती रहेगी। रोटरी क्लब ‘मेन’ अध्यक्ष कार्तिक नीमा ने कहा कि रोटरी में भी भंडारी का हम सभी को मार्गदर्षन सदैव मिलता रहा है। आप बहुमुखी प्रतिभा के धनी है। सकल व्यापारी संघ अध्यक्ष संजयकुमार कांठी ने कहा कि भंडारी से उनका परिचय एवं नाता काफी पुराना है। आप हर क्षेत्र में पारंगत है। चाहे वह सामाजिक हो, धार्मिक हो या राजनैतिक हो, अब साहित्यिक क्षेत्र में भी नित नए किर्तीमान रच रहे है, इसकें लिए उन्होंने भंडारी को शुभकामनाएं प्रेषित की।
संपूर्ण मालवा अंचल को गौरवान्वित किया है श्री भंडारी ने
श्वेतांबर जैन श्री संघ के प्रवक्ता एवं सेवानिवृत्त प्राचार्य डाॅ. प्रदीप संघवी ने कहा कि जैन समाज में भी आपकी वर्षों से सक्रियता रहीं है। जैन समाज में जब भी कोई बड़े आचार्य या साधु-साध्वी भगवंत आते है, तो संचालन का जिम्मा श्री भंडारी को दिए जाने पर सभी को पूर्ण विष्वास हो जाता है कि वह कार्यक्रम में चार-चांद लगा देंगे और सारे रस भरे देंगे। सभी तनाव मुक्त हो जाते है। वरिष्ठ भाजपा नेता दौलत भावसार ने कहा कि भंडारी उनके अग्रज के समान है। उन्हें वर्षों से उनका हर क्षेत्र में सहयोग मिलता आया है। भंडारी का नाम साहित्य के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर रोशन होना, यह संपूर्ण अंचल के लिए गौरव का विषय है। हम उनकी साहित्यिक सेवाओं का नमन करते है। साथ ही उन्होंने कहा कि वर्णमाला में जिस तरह उन्होंने प्रत्येक शब्दों से अपनी रचनाओं का स्पंदन किया है, उसके पठन-पाठन की आज स्कूलों में भी आवष्यकता है, इसके लिए वह भाजपा से जुड़े होने के कारण उच्च स्तर पर प्रयास भी करेंगे। इस दौरान सकल व्यापारी संघ सचिव हिमांषु त्रिवेदी ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए भंडारी को इस गौरवमयी उपब्धि के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की।
भारत बुक आॅफ रेकार्ड-2022 में नाम आना साहित्यिक क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि
वरिष्ठ पत्रकार यश वंतसिंह पंवार ने बताया कि भंडारी पर महालक्ष्मी के साथ महा-सरस्वतीजी की भी समान कृपा है। जिस कारण वह इतना सब कुछ कर पाते है। उनके नाम में ‘यश’ कूट-कूट भरा हुआ है। वह वर्षों से हर क्षेत्र में साधक की तरह अपनी सेवाएं जिले को देते आ रहे है और इस क्षेत्र को स्पंदित करते आ रहे है। अंत में सेवानिवृत्त प्राचार्य एवं वरिष्ठ इतिहासकार डाॅ. केके त्रिवेदी ने भी भंडारी की समस्त आठो पुस्तकों की संक्षिप्त समीक्षा करते हुए साहित्य के इतिहास पर भी प्रकाष डाला। आपने कहा कि ‘‘भारत बुक आॅफ रेकार्ड-2022’’ में नाम आना साधारण बात नही है। भंडारी ‘यश’ ने अपने आठवे काव्य संग्रह ‘‘वर्णमाला में मनोभाव’’ में वर्णमाला के 51 शब्दों का समावेश करते हुए हर शब्द पर रचना लिखी है। 5 शब्द पर रचना स्वयं गूगल पर सर्च करने पर संभव नहीं होने पर उसका भी जिक्र किया है। इन श्रेष्ठ रचनाओं के लिए आपने यह बड़ी उपलब्धि अर्जित की है। आप विलक्षण प्रतिभा के धनी है एवं हर क्षेत्र में पारंगत है, यह प्रतिभा हर किसी में नहीं होती।
मां सरस्वती एवं गुरूदेवजी की कृपा से बढ़ी साहित्य में रूचि
वरिष्ठ साहित्यकार यशवंत भंडारी ‘यश’ ने अपने अनुभव सुनाते हुए कहा कि मां सरस्वतीजी एवं गुरूदेव की असीम कृपा से उनकी सामाजिक एवं धार्मिक क्षेत्र के साथ साहित्य में भी रूचि बढ़ी है और पिछले 4-5 वर्षों से साहित्य के क्षेत्र में अग्रणी होकर ‘‘वर्णमाला में मनोभाव’’ यह उनकी आठवीं पुस्तक है। जिसे बड़ी उपलब्धि मिली है। जिसके पीछे उनकी मेहनत के साथ सभी का समान सहयोग भी समाहित है। जिसके लिए उन्होंने सभी के प्रति कृतज्ञता भी व्यक्त की एवं कहा कि आगे भी वह साहित्य के क्षेत्र में अपनी कलम को निर्बाध रूप से जारी रखेंगे।
किया गया सम्मान
कार्यक्रम का सफल संचालन जिला आजाद साहित्य परिषद् के सचिव शरतचन्द्र शास्त्री ने किया एवं अंत में आभार सोना-चांदी व्यापारी एसोसिएश न के सचिव निखिल भंडारी ने माना। समापन पर भंडारी ‘यश’ की इस स्वर्णित उपलब्धि के लिए उनका रोटरी क्लब ‘मेन’ की ओर से अध्यक्ष कार्तिक नीमा, सकल व्यापारी संघ की ओर से अध्यक्ष संजयकुमार कांठी, राष्ट्रीय कवि संगम एवं जय भीम जागृति समिति से एमएल फुलपगारे एवं बेनेडिक्ट डामोर, पूजारी उत्थन एवं कल्याण समिति की ओर से जयेन्द्र बैरागी, आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट से सुधीरसिंह कुशवाह, भारतीय जैन संघठना, श्री मालवा श्वेतांबर जैन महासंघ सहित जिले की विभिन्न सामाजिक, धार्मिक, साहित्यिक संस्थओ ने भंडारी का पुष्पमाला पहनाकर एवं उन्हें अपने हाथों से सर्टिफिकेट तथा मेडल पहनाकर भारत बुक आॅफ रेकार्ड-2022 की पुस्तक प्रदान कर आत्मीय सम्मान किया।

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