रमेश कुमार पाण्डे
जिला कटनी – शासकीय तिलक स्नातकोत्तर महाविद्यालय कटनी में जैविक खेती को गति प्रदान करने आत्मनिर्भर स्वावलंबी एवं स्वरोजगार स्थापित करने के लिए विद्यार्थियों को जैविक खेती का प्रशिक्षण दिया जा रहा है विद्यार्थी स्वयं जैविक खेती करें एवं ग्राम में कृषकों को कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए ग्राम में उपलब्ध संसाधनों चारा पैरा भूसा गोबर कड़वी फसल अवशेष पत्तियों आदि से खाद बनाने गौ मूत्र एवं पत्तियों से कीटनाशक बनाकर फसलों में उपयोग करने की जानकारी देने का प्रशिक्षण दिया गया इसी क्रम में मिट्टी नमूना लेने की विधि का प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया गया फसलों की उत्पादकता बढ़ाने हेतु मिट्टी परीक्षण कराना आवश्यक है परिणामों के आधार पर खाद की संतुलित मात्रा का उपयोग किया जाए। इसके साथ पांच पत्ती काढा बनाने के लिए नीम अकौआ, धतूरा, करंज, सीताफल आदि की पत्तियों से कीटनाशक बनाने एवं गोमूत्र तथा ट्राइकोडरमा विरडी से बीज उपचार तथा एक दलीय फसलों में अजेक्टोबैक्टर दो दलीय फसलों में राइजोबियम तथा सभी फसलों में फास्फेटिका कल्चर के उपयोग का प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया गया यह प्रशिक्षण प्राचार्य डॉ सुधीर खरे के मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण समन्वयक डॉ व्ही के द्विवेदी की उपस्थिति में जैविक कृषि विशेषज्ञ रामसुख दुबे द्वारा दिया गया।