खबर उत्तर प्रदेश के अमरोहा से है जहां हसनपुर में वरिष्ठ साहित्यकार,लेखक और कवि मुजाहिद चौधरी का एक और काव्य संग्रह प्रकाशित हुआ है । हिंदी में यह उनका पहला काव्य संग्रह है । जो उन्होंने कोरोना काल मैं कैसे कटे वो दिन कैसे कटे वो रातें में आम आदमी को हुई समस्याओं पर आधारित कविताओं को संकलित कर प्रकाशित किया है ना जाने कोरोना काल में आम आदमी की समस्याएं कितनी बड़ी और कैसे कोरोना काल में जीवन यापन किया।
तहसील बार हसनपुर के पूर्व अध्यक्ष और नया विचार नई ऊर्जा फाउंडेशन के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुजाहिद चौधरी ने बताया कि शीघ्र ही वह अपने हिंदी काव्य संग्रह मजबूर सांसें फिसलती ज़िन्दगी का विमोचन /लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित करेंगे । उल्लेखनीय है कि इसी वर्ष के आरंभ में उनका उर्दू में एक काव्य संग्रह अहसासे मुजाहिद के नाम से पहले ही प्रकाशित हो चुका है । जिसकी साहित्यिक जगत में काफी प्रशंसा हुई है । यह जानकारी मिलते ही तहसील के वरिष्ठ अधिवक्ताओं द्वारा मुजाहिद चौधरी एडवोकेट को मिठाई खिलाकर बधाई दी गई । इस अवसर पर तहसील बार के महासचिव नासिर अली,पूर्व अध्यक्ष महिपाल सिंह, पूर्व ब्लाक प्रमुख गंगा सरन खड़ग वंशी एवं महावीर सिंह चौहान, विनोद कुमार सक्सेना, अमरपाल सिंह मो.नवेद, इमरान आलम तथा सिविल कोर्ट बार एसोसिएशन के मनोज कुमार अग्रवाल एवं मुस्तजाब उद्दीन एडवोकेट मौजूद रहे ।