दतिया जिला मे सीएम हेल्पलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री द्वारा सीएम हेल्पलाइन चलाई गई थी अगर कोई समस्या हो तो सीएम हेल्पलाइन लगाओ समस्या का निराकरण होगा।पर दतिया जिला मे इस प्रकार का देखने को नही मिल रहा हे, लोगबाग सीएम हेल्पलाइन तो लगाते हैं पर जिला दतिया के अधिकारियों द्वारा कोई सुनवाई नहीं कि जाती है।उल्टी शिकायत बंद करवाने के लिए दबाव बनया जाता है।दतिया जिला के अधिकारी जांच और कार्रवाई की जगह छोटे स्टाफ को बचाने का काम करते हैं ।एक इसा ही ममला भाडेर तहसील के ग्राम पंचायत अस्टौट के ग्राम मुरिया का है,मुरिया गांव के बैदही शरण भार्गव द्रारा कुछ दिन पहले शिकायत की थी की मेरे खेत मे पानी डाल दिया गया नालिओ का इस के लिये बैदही शरण ने जनपद सीईओ भांडेर और दतिया कलेक्टर को जनसुनवाई में कई बार अवेदन दिये पर कोई सुनवाई नहीं की जा रही है,बैदही शरण भार्गव विकलांग है तब उन्हें सीएम हेल्पलाइन लगाई, जिला के अधिकारियों द्रारा शिकायत को बन्द कर दिया गया पर उनकी शिकायत की सुनवाई नहीं हो रही है,पचयात सचिव मुकेश दुबे द्वारा बैदही शरण भार्गव को परेशान किया जा रहा है ,सबाल तो यह खडा़ तो है की एक विकलांग वैदेही शरण भार्गव की सुनवाई क्यो नही हो रही है,सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी गई पर उनको जानकारी नहीं दी जा रही है,जिला प्रशासन इतना मजबूर क्यों है की एक विकलांग को न्याय नहीं दिला पा रहा है।बैदही शरण किस के पास जाये और कहा गुहार लगाये जब उनको न्याय मिलेगा,देखने बाली बात होगी जिला प्रशासन बैदही शरण भार्गव को न्याय दिलवाता है कि नहीं की एक दबंग सचिव के सामने अपने घुटने टेक देगा, जिला प्रशासन क्या करता है ,यह समय ही तय करेंगा क्या होता है आगे।