डाक जीवन बीमा आज के दौर की एक अनिवार्य आवश्यकता-आँचलिक ख़बरें-महताब आलम

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खबर गाजीपुर से है जहां डाक विभाग जीवन बीमा के क्षेत्र में भी एक लंबे समय से कार्यरत है 1 फरवरी 18 को 84 के आरंभ डाक जीवन बीमा भारत में सरकारी व अर्ध सरकारी कर्मचारियों के लिए सबसे पुरानी बीमा योजना है जिसका लाभ अब निजी क्षेत्र के प्रोफेशनल भी उठा सकते हैं जीवन बीमा के दौर की अनिवार्य आवश्यकता है उक्त उजागर वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्ट मास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने राष्ट्रीय डाक सप्ताह के तहत गाजीपुर जनपद के सदर तहसील के करंडा ब्लॉक में इंटर कॉलेज गोसाईपुर परिसर में आयोजित डाक जीवन बीमा मेला व्यक्त किए मेले के अवसर पर 1000 से ज्यादा लोगों ने डाक जीवन बीमा और ग्रामीण डाक जीवन बीमा पॉलिसी ली और बीमा धारकों को पालिसी बांध शॉप कर उनके सुखी भविष्य की कामना की गई पोस्ट मास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि बीमा के क्षेत्र में भी डाक विभाग नित नए आयाम स्थापित कर रहा है डाकघरों मैं लोगों की आयु और आवश्यकता के हिसाब से जीवन बीमा की तमाम योजनाएं हैं जिनमें सुरक्षा संतोष सुविधा युगल सुरक्षा सुमंगल व चिल्ड्रन पॉलिसी शामिल है गाजीपुर में डाक जीवन बीमा और ग्रामीण डॉग जीवन बीमा में वर्तमान में कुल43 हजार से ज्यादा पाली सिया संचालित है करुणा महामारी के दौर में इस वित्तीय वर्ष में2000 से ज्यादा पॉलिसिया जारी की गई एक अभिनव पहल करते हुए गाजीपुर जिले के 24 गांवों में सभी योग्य लोगों का बीमा करते हुए इन्हें संपूर्ण बीमा ग्राम बना दिया गया है डाक विभाग ने नवीन टेक्नोलॉजी अपनाते हुए कोर इंश्योरेंस सर्विस के तहत मैकेनिक्स सॉफ्टवेयर के माध्यम से बीमा सेवाओं को भी ऑनलाइन बनाया है डाक जीवन बीमा योजना का दायरा भी बढ़ा दिया गया है पहले मात्र सरकारी व अर्ध सरकारी कर्मचारियों तक सीमित डाक जीवन बीमा अब निजी शिक्षण संस्थान विद्यालय महाविद्यालय आदि के कर्मचारी डॉक्टर इंजीनियर प्रबंधन सलाहकार चार्टर्ड अकाउंट वस्तु कार्य वकील बनकर जैसे पेशावर और नेशनल स्टाक एक्सचेंज तथा मुंबई स्टॉक एक्सचेंज के सूचीबद्ध कंपनी के कर्मचारी के लिए भी उपलब्ध है

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