जल जीवन मिशन : ठेकेदार मस्त, पी.एच.ई. लाचार.. ग्रामवासी पस्त : भाण्डेर विकास खण्ड में शासन की सबसे महत्वपूर्ण योजना ‘जल जीवन मिशन’ के तहत विभिन्न ग्रामों में रैट्रोफिटिंग के द्वारा हर घर नल से जल पहुंचाने के काम पी.एच.ई. विभाग द्वारा कराए जा रहे हैं |
कार्यों की वास्तविकता जानने पर पाया गया की ग्राम अस्टौट मे नल जल योजना के काम ठेकेदार को जून माह तक पूरा करना था | लेकिन ठेकेदार ने अपनी मनमानी करते हुए पूरे ग्राम की सी. सी. खोदकर पाईपलाइन बिछाकर काम अधूरा छोड़ दिया है , किसी को पानी सप्लाई नहीं हुआ और दो महीने से ग्रामवासियों का जीना दूभर कर ठेकेदार नदारद है |
ग्राम में पहले से पाइपलाइन से लगभग आधे ग्राम में पंचायत द्वारा पानी सप्लाई हो रहा है इसके बावजूद नई लाईन को ठेकेदार जोड़ नहीं रहा | ग्रामवासी गांव के बाहर से पानी लाने को मजबूर हैं। लोग खुदी सड़कों पर गिरकर चोटिल हो रहे पर कोई सुनवाई नही हो रही |
यह काम इंदरगढ़ की ‘ रामकृष्ण कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है | इनके प्रतिनिधि जनप्रतिनिधियों व ग्रामवासियों के फोन नहीं उठाते और अगर किसी ने शिकायत करी तो अभद्रता करते हैं |
जब इस कंपनी के कार्यों की जमीनी हकीकत जानी तो मालूम चला कि जिस-जिस गाँव में इस ठेकेदार द्वारा काम किया गया बहुत घटिया काम किया गया, सिर्फ भ्रष्टाचार के ही आलम देखने को मिले। पूर्व में इस ठेकेदार ने ग्राम पिपरौआकला में नल योजना का काम किया था परंतु एक दिन भी योजना नहीं चली | जानकारी मिली कि सेवढ़ा ब्लॉक में भी इनकी किसी योजना से कभी भी जनता को पानी नहीं मिला|
इस ठेकेदार ने इंजीनियरों संग सांठगांठ से जमकर भ्रष्टाचार कर काम के नाम से शासन से लाखों रुपए डकार लिए।
जनता भुगत रही है, विभाग लाचार है और ठेकेदार मस्त है |
माननीय दतिया कलेक्टर को ऐसे ठेकेदारों की जांच करवा कर इनको ब्लैक लिस्ट में डालना चाहिए । और शासन की योजनाओं का भट्ठा बैठाने वाले इन ठेकेदारों पर सख्त कार्रवाई करना चाहिए।