गड़बड़झाला, 7750 रु. पेंशन देनी थी. लेकिन 7 बैंक 2884 पेंशनर्स को दे रहे थे सिर्फ 3500 रु.-आंचलिक ख़बरें-मनीष गर्ग

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भोपाल राज्य सरकार के 5 लाख पेंशनर्स को मिलने वाली पेंशन में बड़ी गड़बड़ी पकड़ में आई है। 1 जनवरी 2022 की स्थिति में पुराने पेंशनर्स और 1 जनवरी से 31 दिसंबर 2021 के बीच रिटायर हुए पेंशनर्स को मिलने बाली पेंशन की डेटशीट जय चैक की तो पता चला कि 7 बैंक 2884 पेंशनर्स को सिर्फ 3500 4000 तक ही पेंशन दे रहे हैं। को जबकि राज्य सरकार ने न्यूनतम पेंशन 7750 रू. तब की है। राज्य सरकार के सामने पहली इस तरह का मामला आया था. इसलिए तुरंत जांच कराई गई। पता चला कि रिटायरमेंट पर सरकार पेंशन पे ऑर्डर (पीपीओ) जारी
ये बैंक दे रहे थे कम पेंशन बैंक, एस बी आई, सेंट्रल बैंक बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक पीएन बी
बैंक ऑफ बड़ोदा, केनरा बैंक पेंशनर्स कर जो पेंशन तय करती है, बैंक उससे कम पेंशन दे रहे थे।
करोड़ के बैंक घोटाले में सीबीआई ने की पूछताछ10 बैंक देते हैं 5 लाख को पेंशन बता दें कि प्रदेश में अप्रैल 2018 के बाद से रिटायर होने वाले किसी भी सरकारी कर्मचारी की पेंशन 7750 रु से कम नहीं है। इसकी वजह है सातवां वेतनमान, 1056 जिसके तहत कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन 88 15000 रु. से 2.18 लाख रु. के बीच बनता है। अभी 10 बैंक 5 लाख से ज्यादा पेंशनर्स को पेंशन देते हैं। पेंशनर्स की बैंक ट्रांजेक्शन करते हैं. उसके बदले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया हर लेनदेन पर 30 से 35 रु. 135 भी बैंक को देती है। यह राशि हर महीने डेढ़ करोड़ रु. से ज्यादा होती.

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