राजेंद्र राठौर
झाबुआ 28 जून, आपातकालीन प्रतिक्रिया एवं आपदा प्रबंधन योजना, पी.एन.आर.जी.वी. के अनुसार प्राकृतिक गैस पाइपलाइन दुर्घटना के मामले में आपातकालीन तैयारियों का परीक्षण करने के लिए, गेल (इंडिया) लिमिटेड झाबुआ ने जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) और जिला प्रशासन के सहयोग से बुधवार को एक ऑफसाइट आपातकालीन मॉक ड्रिल आयोजित की।
’ऑफसाइट इमरजेंसी ड्रिल’ के हिस्से के रूप में डी बरिया से अनास ॥ पाइपलाइ, खेड़ी गांव की 36 इंच की गैस पाइपलाइन सी एच 308.318 पर गैस रिसाव और उसके बाद आग लगने का एक नकली परिदृश्य बनाया गया था। ड्रिल का प्राथमिक उद्देश्य ऐसी किसी भी आपदा के दौरान आवश्यक संसाधनों की प्रभावशीलता और पर्याप्तता का मूल्यांकन और जांच करना और गेल अन्य प्रतिक्रिया एजेंसियों की तकनीकी टीम की मुस्तैदी का परीक्षण करना और गेल झाबुआ की आपदा/आपातकालीन तैयारी प्रणालियों में सुधार करना था।
शशांक शावरीकर जीएम ओआईसी, गेल झाबुआ ने कहा की “ड्रिल के दौरान कुल 28 लोगों को बचाया गया आस-पास के चिकित्सा केंद्रों में गैस रिसाव से राहगीरों और प्रभावित लोगों की निकासी का समन्वय किया गया। इसमें जिला यातायात विभाग ने अग्निशमन विभाग के कर्मियों की सेवाओं के साथ आगामी यातायात को नियंत्रित किया।“
कलेक्टर सुश्री तन्वी हुड्डा ने कहा कि जब प्रभावित क्षेत्र को दो घंटे से अधिक की कवायद के दौरान बंद कर दिया गया था, तब गेल के कर्मियों ने गैस रिसाव को नियंत्रित करने के लिए काम करना शुरू किया, तो सभी सुरक्षात्मक गियर के साथ पाए गए। शशांक शावरीकर जीएम/ओआईसी, गेल झाबुआ अपनी गेल टीम के साथ उपस्थित रहे।
इस दौरान डीडीएमए, राजस्व विभाग, डिप्टी कलेक्टर झाबुआ, मामलातदार, पुलिस विभाग, जिला कमांडेंट होम गार्ड, एसडीएम झाबुआ, तहसीलदार झाबुआ, कार्यपालन यन्त्री पीडब्ल्यूडी, कार्यपालन यंत्री पी एच ई, कार्यपालन यन्त्री डब्ल्यू आर डी कार्यपालन यन्त्री एमपीईबी, स्थानीय अग्निशमन विभाग की टीम के पर्यवक्षकों ने भी मॉक ड्रिल में भाग लिया।