मंत्री, सांसद एवं विधायकों ने चित्रकूट पहुंचकर नानाजी को दी श्रद्धांजलि
आयोजित किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम
चित्रकूट।भारतरत्न नानाजी देशमुख की 12वीं पुण्यतिथि के अवसर पर दीनदयाल परिसर चित्रकूट में मंत्रियों, सांसदों एवं विधायकों ने चित्रकूट पहुंच कर नानाजी के श्रद्धा स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसी के साथ नानाजी के शैक्षिक चिंतन पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन राष्ट्रीय शिक्षा नीति को प्रभावी और पूर्ण रुप से लागू करने के लिए पंचसूत्रीय संकल्प के साथ किया गया। परिसर सहित अन्य स्थानों में भी नानाजी देशमुख की 12वीं पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। प्रातः से ही चित्रकूट क्षेत्र के ग्रामीण लोगों ने पंडित दीनदयाल पार्क में बने नानाजी के श्रद्धा स्थल पर पुष्पांजलि का दौर चलता रहा, वहीं दूसरी ओर श्रीरामचरितमानस पाठ का हवन पूजन कार्यक्रम में भी लोग अपनी आहुति पूर्ण कर रहे थे। दीनदयाल परिसर के ग्राउंड में भंडारा प्रसाद का कार्यक्रम प्रातः 10 बजे से साधु-संतों के प्रसाद से प्रारंभ होकर अनवरत देर शाम तक चलता रहा। जिसमें लगभग 10 हजार लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।इस मौके पर हुई संगोष्ठी में मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष गिरीश गौत, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल, सतना के प्रभारी मंत्री कुंवर विजय शाह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री रामखेलावन पटेल, स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार, खजुराहो के सांसद बीडी शर्मा, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ त्रिलोचन महापात्रा, संतोषी अखाड़ा के महंत रामजी दास, सतना के सांसद गणेश सिंह, महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर भरत मिश्रा, पूर्व कुलपति प्रो नरेश चंद्र गौतम, दीनदयाल शोध संस्थान के प्रधान सचिव अतुल जैन, संगठन सचिव अभय महाजन, दीनदयाल शोध संस्थान के उपाध्यक्ष निखिल मुण्डल आदि ने नानाजी को एक आध्यात्मिक विभूति के रूप में निरूपित किया और उनके बताए रास्ते पर चलने की सीख दी साथ ही उनके व्यक्तित्व पर अपने-अपने क्षेत्रों में समाज और राष्ट्र के कार्य करने का आह्वान किया। संगोष्ठी संयोजक एवं पूर्व कुलपति प्रोफेसर एनसी गौतम ने संगोष्ठी के निष्कर्ष के रूप में संकल्प पत्र प्रस्तुत किया। संगठन सचिव अभय महाजन ने आभार व्यक्त किया तथा संचालन महाप्रबंधक अमिताभ वशिष्ठ ने किया।आम जनमानस के एक मुट्ठी अनाज एवं एक रूपये अंशदान के सहयोग से नानाजी की 12वीं पुण्यतिथि पर विशाल भंडारा-प्रसाद संपन्न हुआ। जिसमें दीनदयाल शोध संस्थान के कार्यकर्ताओं की टोली, मझगवां एवं चित्रकूट जनपद के अधिकांश गांव एवं घरों तक पहुंची, पुण्यतिथि कार्यक्रम का आमंत्रण दिया और सहयोग की अपेक्षा की। इसमें संत समाज ने भी बढ़-चढ़कर भागीदारी की। प्रत्येक गांव में आस्था के प्रति सहभागिता का नजारा देखने लायक था। जिसमें 8,712 परिवारों से 9 लाख 22 हजार 559 रुपया का अंशदान तथा 85 क्विंटल अनाज का संकलन हुआ। भंडारा प्रसाद के साथ बालाघाट की युवा भजन गायिका मुस्कान चौरसिया का भजन कार्यक्रम भी हुआ। जिसमें गायिका के भक्ति संगीत का आनंद भी श्रद्धांजलि में उपस्थित लोगों को सुनने को मिला। बालाघाट के ग्रुप मां वैष्णो देवी जागरण मंच के द्वारा आयोजित संगीतमय भजन कार्यक्रम में उनकी टीम ऑर्गन पर रिंकू कपूर, ढोलक पर शुभम शर्मा, पेड़ प्लेयर अनिकेत ठाकुर, ड्रम प्लेयर नितिन कटारे, गिटार पर विवेक, तबला पर पवन, उद्घोषक के रूप में आशुतोष कटरहा, कोरस पर अंकित, आनंद सहित अन्य कलाकारों की प्रस्तुति ने माहौल को भक्तिमय बनाते हुए दीनदयाल परिसर के विवेकानंद सभागार में मौजूद दर्शकों एवं अतिथियों को खूब आनंदित किया। संस्कृति संचालनालय भोपाल की टीम द्वारा भक्ति मति शबरी वनवासी लीला नाटक की प्रस्तुति की गई। जिसके निर्देशक गुरु निर्मल दास एवं संगीत संयोजक मिलिंद त्रिवेदी तथा आलेख योगेश त्रिपाठी का रहा। यह सांस्कृतिक कार्यक्रम भोपाल के ख्याति प्राप्त कलाकारों द्वारा दोनों दिन शाम 7ः30 बजे से विवेकानंद सभागार दीनदयाल परिसर में किया गया, जो की देर रात्रि तक चलता रहा।