बुंदेलखंड कॉलेज में खेल महोत्सव का भव्य आगाज, मशाल जलाकर हुआ शुभारंभ
100 मीटर दौड़ में रोमांचक मुकाबला, खिलाड़ियों ने दिखाई अद्भुत स्पीड
वॉलीबॉल में टीम बीलू की धमाकेदार जीत, 20-44 से किया विपक्ष को पराजित
क्रिकेट मुकाबले में बुंदेलखंड कॉलेज शिक्षक टीम का जलवा, गौरी फाउंडेशन को 80 रनों से हराया
बुंदेलखंड कॉलेज में खेल महोत्सव: जोश, जुनून और जीत की दास्तान!
झाँसी। खेल का मैदान, जोश से भरी भीड़, गर्जन करती तालियां और खिलाड़ियों का अदम्य साहस – बुंदेलखंड कॉलेज के द्विदिवसीय खेल महोत्सव ने इस बार हर खेल प्रेमी का दिल जीत लिया! 28 फरवरी 2025 को जब कॉलेज के प्रांगण में इस महोत्सव की शुरुआत हुई, तो पूरे माहौल में ऊर्जा का संचार हो चुका था।
इस भव्य आयोजन का उद्घाटन बुंदेलखंड कॉलेज के प्राचार्य प्रो. एस.के. राय की अध्यक्षता में किया गया, जबकि नगर के प्रतिष्ठित समाजसेवी डॉ. संदीप सरावगी ने मुख्य अतिथि के रूप में इसे औपचारिक रूप से आरंभ किया। खेल जगत की दो महान हस्तियां, राष्ट्रीय स्तर के उद्घोषक आफाक अहमद खान और राष्ट्रीय एथलीट अर्जुन सिंह, विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहें जैसे ही अतिथियों का आगमन हुआ, परंपरागत रूप से तिलक और माल्यार्पण कर उनका भव्य स्वागत किया गया।
लेकिन असली रोमांच तब शुरू हुआ, जब मुख्य अतिथि ने खेलों के प्रतीक मशाल को प्रज्वलित किया। आग की इस लौ ने खेल प्रेमियों के दिलों में उत्साह की ज्वाला भड़का दी। इसके साथ ही खेल महोत्सव की शानदार शुरुआत हो गई।
स्प्रिंट की गरज: 100 मीटर दौड़ में कौन बना विजेता?
जैसे ही 100 मीटर दौड़ का आगाज हुआ, पूरा स्टेडियम जयकारों से गूंज उठा। दर्शकों की आंखें ट्रैक पर टिकी थीं, धड़कनें तेज थीं, और खिलाड़ी पूरी गति से दौड़ने के लिए कमर कस चुके थे।
सीटी बजी और धावकों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी! स्टेडियम में हर्षोल्लास का माहौल था, हर कदम के साथ रोमांच बढ़ता जा रहा था। अंतिम क्षणों में बाज़ी किसने मारी, यह देखना बेहद रोमांचक था। जैसे ही विजेता ने फिनिश लाइन पार की, भीड़ ने तालियों और नारों से उसे सम्मान दिया।
वॉलीबॉल का महायुद्ध: जब टीम बीलू ने लहराया परचम!
100 मीटर दौड़ के ठीक बाद वॉलीबॉल प्रतियोगिता ने पूरे खेल महोत्सव को और ज्यादा रोमांचक बना दिया। इस मुकाबले में दो धाकड़ टीमें आमने-सामने थीं, लेकिन टीम बीलू के कप्तान अरमान मंसूरी की अगुवाई में टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और 20-44 के अंतर से जीत दर्ज की।
इस मुकाबले में हर स्पाइक, हर डिफेंस और हर पॉइंट पर दर्शक झूम उठे। टीम बीलू के खिलाड़ियों की रणनीति और टीम वर्क ने साबित कर दिया कि मेहनत और समर्पण से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।
क्रिकेट का महाकाव्य: बुंदेलखंड कॉलेज शिक्षक टीम बनाम गौरी फाउंडेशन
खेल महोत्सव के सबसे रोमांचक मुकाबलों में से एक रहा बुंदेलखंड कॉलेज शिक्षक टीम और गौरी फाउंडेशन के बीच 16-16 ओवर का क्रिकेट मैच। क्रिकेट के दीवानों के लिए यह मुकाबला किसी महायुद्ध से कम नहीं था!
टॉस हुआ, और बुंदेलखंड कॉलेज की टीम ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। पारी की शुरुआत से ही बल्लेबाजों ने चौकों-छक्कों की बारिश कर दी। सबसे बड़ा धमाका किया डॉ. रहीस अली ने, जिन्होंने मात्र 38 गेंदों में 86 रन ठोक दिए और विपक्षी टीम की गेंदबाजी को ध्वस्त कर दिया। डॉ. उमेश चंद्र यादव ने भी विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए 9 गेंदों में 36 रन बनाए और नॉट आउट रहे।
बुंदेलखंड कॉलेज की टीम ने 240 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया, जिससे गौरी फाउंडेशन के सामने चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रख दिया।
जवाब में, गौरी फाउंडेशन की टीम ने भी जीतने के लिए पूरा दमखम लगाया। ब्रजेन्द्र यादव (45 रन) और हीतेश (39 रन) ने संघर्ष करते हुए टीम को संभालने की कोशिश की, लेकिन बुंदेलखंड कॉलेज की घातक गेंदबाजी के सामने ज्यादा देर टिक नहीं पाए। पूरी टीम 160 रन पर ऑल आउट हो गई, और इस तरह बुंदेलखंड कॉलेज शिक्षक टीम ने शानदार जीत दर्ज की!
इस मुकाबले के हीरो रहे डॉ. रहीस अली, जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया और मैन ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम किया।
खेलों का महत्व और खिलाड़ियों के लिए संदेश
मुख्य अतिथि डॉ. संदीप सरावगी ने अपने संबोधन में कहा,
“आज के भागदौड़ भरे जीवन में खेल और व्यायाम की अनदेखी की जा रही है। लेकिन हमें याद रखना चाहिए कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए खेलना बेहद आवश्यक है। संघर्ष सेवा समिति इस दिशा में कार्य कर रही है और हम उन खिलाड़ियों की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो संसाधनों की कमी के कारण अपने खेल को आगे नहीं बढ़ा पाते।”
उन्होंने यह भी बताया कि उनकी संस्था खिलाड़ियों को खेल सामग्री और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का कार्य कर रही है, ताकि कोई भी प्रतिभा बिना अवसर के न रह जाए।
सम्मान और समापन: जब खेलों ने दिलों को जोड़ दिया!
इस खेल महोत्सव में कॉलेज के कई शिक्षकों और कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। खेल मैदान में प्रो. जितेंद्र कुमार तिवारी, प्रो. नूतन अग्रवाल, प्रो. ज्योति वर्मा, प्रो. उमरतन यादव, प्रो. संजय सक्सेना, प्रो. एल.सी. साहू, प्रो. नवेन्द्र कुमार सिंह, प्रो. नीलम सिंह, डॉ. ब्रजेश मिश्रा जैसे कई वरिष्ठ शिक्षक मौजूद रहे और खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया।
अंत में, खेल सचिव डॉ. ए.पी.एस. गौतम ने सभी का आभार व्यक्त किया और इस सफल आयोजन के लिए सभी को बधाई दी।
इस प्रकार, बुंदेलखंड कॉलेज का यह खेल महोत्सव एक यादगार आयोजन बन गया, जिसने खेल प्रेमियों के दिलों में उत्साह, जोश और खेल भावना की नई लहर पैदा कर दी। इस महोत्सव ने यह साबित कर दिया कि खेल सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि व्यक्तित्व निर्माण और समाज को जोड़ने का एक सशक्त माध्यम भी है!
झाँसी उत्तर प्रदेश से कलाम कुरैशी की रिपोर्ट देखते रहिये आपका अपना चैनल आंचलिक खबरें अपनों की खबर आप तक