धर्मशाला बुगाला में चल रही रामलीला
सिंघानिया धर्मशाला बुगाला में चल रही रामलीला में राजा दशरथ के पुत्र नहीं होने से गुरु वशिष्ट के पास पहुंचकर उन्हें अपनी पीड़ा सुनाई।
गुरु वशिष्ठ ने राजा दशरथ को चिंतित मन देख कर कहा कि हे राजा ! तुम किसी प्रकार की चिंता मत करो।
तुम्हारे एक, दो नहीं अपितु चार सुपुत्र होंगे जिनका विश्व भर में नाम रहेगा।
श्रृंगऋषि को बुलाकर के हम पुत्री यज्ञ करेंगे।जब दोनों ऋषियों ने मिलकर यज्ञ किया तो उसमें अग्नि देव प्रकट होकर राजा को हवन की खीर दी।
उस खीर का महारानी केकई,कौशल्या व सुमित्रा तीनों रानियों ने सेवन किया तो राजा के घर में राम,लक्ष्मण,भरत व शत्रुघ्न जैसे सुपुत्रों की प्राप्ति हुई।
रामलीला में हास्य कलाकार अंकित बैरु ने अपनी कॉमेडी के माध्यम से सबको हंसाया।अरविंद बैरु, सोनू,डांसर रेणुका,सचिन,गोपाल आदि कलाकारों की प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया।