दिल्ली के मंगोलपुरी स्थित संजय गांधी अस्पताल में कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड आए बेरोजगारी की कगार पर. अस्पताल में कार्यरत सभी सिक्योरिटी गार्ड थे ठेकेदारी प्रथा पर. ठेकेदारी प्रथा में नई कंपनी आने पर इन सुरक्षाकर्मियों का भविष्य अधर में लटका. सिक्योरिटी गार्ड का आरोप कि नई कंपनी भर्ती के लिए भारी रकम की मांग कर रही. सिक्योरिटी गार्ड ने अस्पताल परिसर में किया हंगामा, गार्ड एकता की ताकत का प्रदर्शन कर कंपनी के खिलाफ किया रोष प्रकट.
दिल्ली के मंगोलपुरी स्थित संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड बेरोजगारी की कगार पर आ गए हैं. इस अस्पताल में कार्यरत लगभग सभी सुरक्षाकर्मियों का भविष्य अधर में लटकता दिखाई दे रहा है. जिसको लेकर सुरक्षाकर्मियों के अंदर चिंता की लकीरे भी साफ दिखाई दे रही है. दरअसल राजधानी दिल्ली के संजय गांधी अस्पताल में कार्यरत सभी सिक्योरिटी गार्ड ठेकेदारी प्रथा पर काम कर रहे थे. ये सभी सिक्योरिटी गार्ड अभी आकाशदीप नाम की कंपनी के साथ ठेकेदारी प्रथा पर काम कर रहे थे, लेकिन अब इस कंपनी का अस्पताल से ठेका खत्म हो जाने के कारण अब ये सिक्योरिटी गार्ड बेरोजगारी की कगार पर आ गए हैं. इसी को लेकर इन सुरक्षाकर्मियों ने अस्पताल परिसर में अपनी नाराजगी जाहिर की. इन सुरक्षाकर्मियों ने अस्पताल परिसर में नई कंपनी के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए गार्ड एकता जिंदाबाद के नारे भी लगाए. इन सुरक्षाकर्मियों का आरोप है कि अब इस अस्पताल में करीब 150 से ज्यादा सिक्योरिटी गार्ड काम कर रहे थे, लेकिन अब सिक्योरिटी गार्ड का ठेका किसी दूसरी कंपनी को दे दिया गया है. अब इस सुरक्षाकर्मियों का आरोप है कि जो नई कंपनी आई है, वह सभी सिक्योरिटी गार्ड से एक भारी शुल्क की मांग कर रही है. सिक्योरिटी गार्ड ने आरोप लगाया है कि भर्ती शुल्क ना देने के एवज में उन्हें नौकरी पर भर्ती नहीं दी जा रही है. ऐसे में लगभग सभी सुरक्षाकर्मियों की नौकरी अधर में लटकता दिखाई दे रहा है.
बहरहाल अब संजय गांधी अस्पताल में सिक्योरिटी गार्ड के लिए ठेकेदार कंपनी के बदल जाने से अस्पताल में कार्यरत लगभग सभी सुरक्षाकर्मियों का रोजगार खतरे में दिख रहा है. यह सिक्योरिटी गार्ड बेरोजगारी की कगार पर आ गए हैं, क्योंकि यह सभी नई कंपनी पर भर्ती के एवज में भारी शुल्क वसूलने का आरोप लगा रहे हैं. ऐसे में देखना लाज़मी होगा कि इन सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी आगे भी जारी रहेगी, या फिर नई कंपनी नए लोगों को भर्ती करेगी.