काज़ी अज़मत [विशेष संवाददाता]
मौदहा हमीरपुर। अप्रत्याशित परिणाम से आये परिणाम से जहां भाजपा खेमे मे खुशी की लहर दौड गयी वहीं दूसरी ओर हारे प्रत्याशी भी हार के कारणो पर चर्चा करते हुये यहां वहां भडास निकालते रहे। जबकि आमजनचर्चा के अनुसार इस चुनाव मे यह तो पहले ही लग रहा था कि हुईये वही जो योगी रचराखा, औ कोउ करि तर्क बढावे साखा। इसलिये जीत पर तर्क विर्तक कतई मना है ।
आयोग के र्निदेशानुसार प्रशासन ने भी मीडिया को मतगणना केन्द्र से लगभग 100 मीटर की दूरी पर रोकते हुये दूर से ही मतगणना केन्द्र के दर्शन करवाये जो यहां चर्चा का विषय रहा। वैसे तो इस देश का प्रबुद्व वर्ग देश का चैथा स्तम्भ कहलवाने वाले खबरनवीस रोज ही टीवी ,सोसल मीडिया और अखबारों मे चैथे स्तम्भ को बुरी तरह हिलाकर उखाडते हुये हये दिखाई देते है। जबकि विपक्ष की भूमिका निभाने वाले उल्टे आपस मे झगडकर अपनी अपनी ढपली और अपना अपना राग अलाप रहे है। जिससे तथाकथित भगवान के भक्तों मे छाई खुशी अक्सर देखी जा सकती है।
हालाकि उनके दिलों दिमाग पर बसे सीबीआई और ईडी के डरावने भूत भी उनके सपनों मे दहशत फैलाये रहते है। जिससे तथाकथित भगवान के हौसले बुलन्द है। क्योंकि दुनिया के सबसे शक्तिशाली राष्ट्र का मुखिया भी उन्हें हमारा बाप बता रहा है। जबकि हमे अपने बाप का नाम मालूम है जो रोज करेन्सी मे दिखाई देता है। अब डर यह लगने लगा है कि हमारा बाप कहीं करंेसी से भी बाहर न हो जाये पर लोग तो लोग है न न प्रकार की चर्चा करते हुये हार जीत पर अपने विचार व्यक्त करते ही रहते है।