मौदहा हमीरपुर। नगर मे इस समय शब्जी दाल की दुकानों से अधिक मीट मुर्गा की दुकाने कस्बे के हर मोड एवं गली कूचों मे खुल गयी है। जिनके बचे हुये अवशेषों को दुकानदारो द्वारा वहीं फेंके जाने से बढती गन्दगी और सढान्ध से नगर पालिका मे आने वाली शिकायतों मे इजाफा हो रहा है। वैसे भी शासनादेश भी है कि मांस की दुकाने शहर के बाहरी इलाको मे एक जगह पर ही होना चाहिये लेकिन कस्बे के बडे चैरहे से घुसते ही बडा चैराहा, रागौल फत्तेपुर मोड, मलिकुआ चैराहा, डिग्री कालेज रोड, कांजी हाउस के पास, अरतरा तिराहा, काठी पीर बाबा के अलावा, छोटा कसौडा बडा कसौडा आदि तमाम जगहों पर खुलेआम बेचा जा रहा है। इसके अतिरिक्त ये दुकानदार मन्दिर मस्जिदों का भी ख्याल न रखकर मानको को भी ताक मे रखने पर अमादा है। एक जगह ही मानकों के पालन के साथ मीट बिक्री के सरकार के सख्त शाषनादेश के पालन कराने का जिम्मा खादय सुरक्षा एवं औषधी प्रशासन विभाग का है। किन्तु इस विभाग को शायद हमीरपुर जिले के मौदहा कस्बे की जिम्मेदारी नही दी गयी। जिसके चलते इस विभाग का कोई भी नुमाइन्दा कस्बे मे लगभग छः माह से नही दिखाई दिया। वहीं नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी राजेश कुमार का कहना कि यदि जिम्मेदार विभाग आकर अपनी जिम्मेदारी निभाये तो नगर पालिका भी पूरी तरह से सहयोग करने को तैयार है।