भारत-पाकिस्तान क्रिकेट विवाद: BCCI ने स्पष्ट किया – “हाथ मिलाना परंपरा है, नियम नहीं”

Aanchalik Khabre
3 Min Read
भारत-पाकिस्तान

एशिया कप २०२५ में भारत-पाकिस्तान के ऐतिहासिक मुकाबले के बाद उत्पन्न ‘हैंडशेक विवाद’ पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने सोमवार को एक स्पष्ट और दृढ़ रुख अपनाया। बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्पष्ट किया कि “हाथ मिलाना केवल एक परंपरा है, कोई अनिवार्य नियम नहीं”

विवाद की पृष्ठभूमि:
भारत द्वारा पाकिस्तान को ७ विकेट से पराजित करने के उपरांत, भारतीय खिलाड़ियों ने विपक्षी टीम के सदस्यों से हाथ नहीं मिलाया। कप्तान सूर्यकुमार यादव ने भी अपने पाकिस्तानी समकक्ष सलमान अली आगा से औपचारिक अभिवादन नहीं किया। इस घटना के परिणामस्वरूप पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) में एक आधिकारिक शिकायत दर्ज की।

BCCI का आधिकारिक रुख:
BCCI के एक वरिष्ठ प्रतिनिधि ने मीडिया को बताया, “यदि आप नियम पुस्तिका देखेंगे, तो इसमें हाथ मिलाने का कोई उल्लेख नहीं है। यह केवल एक सौहार्द्रपूर्ण इशारा है, जिसे विश्वभर में खेल भावना की एक परंपरा के रूप में निभाया जाता है। जहाँ कोई नियम नहीं है, वहाँ भारतीय टीम किसी भी विपक्षी टीम, विशेष रूप से उन देशों के साथ जिनके साथ हमारे संबंध तनावपूर्ण हैं, हाथ मिलाने के लिए बाध्य नहीं है।”

भारतीय टीम की प्रतिक्रिया और समर्पण:
कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टीम के इस निर्णय का पूर्ण समर्थन किया और इस जीत को भारतीय सशस्त्र बलों तथा हालिया पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को समर्पित किया। यह कदम राष्ट्रीय एकता और सुरक्षा बलों के प्रति समर्थन का एक सशक्त संदेश माना जा रहा है।

PCB की प्रतिक्रिया और मांग:
इस घटना से नाराज PCB ने मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट के खिलाफ ICC में शिकायत दर्ज की है और उन्हें तत्काल टूर्नामेंट से हटाने की मांग की है। PCB अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया कि रेफरी ने ICC आचार संहिता और MCC नियमों का उल्लंघन किया है।

भविष्य की रणनीति:
सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय एक नीतिगत स्टैंड है और यदि भारत का सामना सुपर 4 चरण या फाइनल में पुनः पाकिस्तान से होता है, तो इसी नीति का पालन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, यदि भारत फाइनल में पहुँचता है, तो खिलाड़ी ACC प्रमुख नकवी के साथ मंच साझा नहीं करेंगे।

यह घटना खेल और राजनीति के बीच की जटिल परस्पर क्रिया को उजागर करती है और दर्शाती है कि खेल के मैदान पर भी राष्ट्रीय हित और भावनाएँ प्रमुख हो सकती हैं।

Also Read This-नेपाल में Gen Z का अनोखा प्रयोग: Discord पर चुना जा रहा अगला प्रधानमंत्री

Share This Article
Leave a Comment