–वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए देश भर मे लॉक डाऊन लगाया गया है ,यही कारण है कि हमारे देश मे इसका संक्रमण कम फैल सका ,लेकिन लॉक डाऊन की वजह से दूसरी ओर देखें तो आम जन जीवन और व्यवसाय पर इसका व्यापक असर पड़ने लगा है।
सबसे बड़ा असर मत्स्य उत्पादन पर पड़ा है जहां उत्पादन के बाद भी बाजार की कमी हो गई है। पिपरा थाना क्षेत्र के सखुआ गाँव स्थित ओम साईं एक्वा फॉर्म में 40 एकड़ पोखर में हो रहे मत्स्य उत्पादन पर इसका असर स्पष्ट देखने को मिल रही है। जहां पिछले 5 जनवरी को जल जीवन हरियाली कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उक्त मत्स्य पालन स्थल का निरीक्षण किया। और संचालक मुनीन्द्र कुमार की सराहना करते इसके लिए उन्हें प्रोत्साहित भी किया ।
वर्तमान में स्थिति ये है कि लॉक डाऊन की वजह से मत्स्य पालन कर रहे संचालक परेशान हैं क्योंकि उत्पादित मछली के लिए बाजार नहीं मिल रही है और न ही मजदूर मिल रहे हैं यहां तक कि उसके फीड की भी समस्या आने लगी है। जबकि मत्स्य पालन के लिए जो खर्च होती है उसे वहन करना ही पड़ता है। मालूम हो कि इस ओम साईं एक्वा फॉर्म में प्रति वर्ष करीब 150 टन मछली का उत्पादन होता है। और आस पास के सैकड़ो लोगों का इससे रोजगार भी चलता है ।ऐसे में मत्स्य पालक ने सरकार से मत्स्य के बाजार की समुचित सुविधा प्रदान करने की गुहार लगाई है।
लॉक डाऊन से मत्स्य व्यवसाय पर बुरा असर-आंचलिक ख़बरें-नजीर आलम

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