दिल्ली के मंगोलपुरी में जनसुविधा के लिए बना शौचालय लोगों के लिए बन रहा है परेशानी का सबब. शौचालय को तोड़ने के बाद आजतक यूहीं पड़ा है मलबे का ढेर. तकरीबन 20 साल पहले यहां लोगों की सुविधा के लिए बनाया गया था शौचालय. स्थानीय लोगों के अनुसार तकरीबन 5 – 6 साल पहले इसे तोड़ दिया गया था, इसके बाद से ही सम्बंधित विभाग की लापरवाही का दंश झेल रहा है यह शौचालय.
राजधानी दिल्ली के मंगोलपुरी में लोगो की सुविधा के लिए बना शौचालय अब लोगों की परेशानी की सबब बनता जा रहा है. स्थानीय जनप्रतिनिधि और संबंधित विभाग की उदासीनता के चलते यहां मलबे का ढेर सालो से यूंही पड़ा है. दरअसल मामला यह है कि प्रशासन द्वारा यहां पर तकरीबन 20 साल पहले शौचालय बनाया गया था. लेकिन करीब 10 साल से यह शौचालय इस्तेमाल के अंदर में है. स्थानीय लोगों का कहना है कि तकरीबन 5 – 6 साल पहले इन्हें तोड़ दिया गया था, जिसके बाद यह जगह बरात घर के लिए अलॉट हुई थी मगर शौचालय को तोड़ने के बाद मलबे का ढेर आजतक यूंही पड़ा है.
और सामुदायिक केंद्र की योजना किसी फाइल में बंद पड़ी है. विभाग की ये लापरवाही और उदासीनता लोगो के लिए मुसीबत का सबब बनती जा रही है. तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं कि यह शौचालय अब तोड़ दिए गए हैं और करीब 5 साल से यह ऐसे ही मलबे के रूप में है जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है. लोगों का कहना है कि यहां असामाजिक तत्व के लोग बैठे रहते हैं और यह बीमारियों का भी बहुत बड़ा कारण बन रहा है. साथ ही पीछे छोटे-छोटे बच्चे बैठकर कबाड़ा चुगने को मजबूर है और ऐसे बच्चे ही बाद में नशे और अपराधिक गतिविधियों में पड़ जाते हैं. इसके साथ में ही एक पार्क है जहां बेहद कूड़ा है जिससे लोगों को वहां से जाने पर काफी बदबू का सामना करना पड़ता है इसलिए स्थानीय लोगों का कहना है इस बेकार पड़ी हुई जगह को या तो बारात घर या फिर पार्किंग की सुविधा में बदला जाये