नहीं थम रहा हैं सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र राठ हमीरपुर (उ०प्र०) में कमीसन खोरी और बहारी दवाओं का दौर।
जिन्हें कहा जाता हैं दूसरा भगवान, वो मसगूल हैं मोटा कमीशन कमाने में,
यह सब हो रहा हैं, जिला स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की जानकारी में
बताते हैं पूरा मामला, हरीराम निवासी चरखारी रोड, राठ अपने पुत्र रामकुमार के साथ उरई रोड राठ स्थित पेट्रोल पम्प के पास जा रहे थे। तभी पीछे से UP91E3085 नं की मोटरसाइकिल ने टक्कर मार कर मोके से फरार हो गया,जिसमे पिता और पुत्र को गंभीर चोटे आई, जिनको राहगीरों ने 108 की मद्दत से सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र राठ पहुंचाया और पीड़ितों के परिजनो को सूचना दी.सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र राठ में तैनात डाॅ० संतोष मिश्रा ने इलाज के दौरान दो खाकी रंग के टुकड़ों में लगभग 3000 रुपयों की बहारी दवाऐं लिख कर मगंवाई। जब लगभग 2 घण्टे से अधिक समय तक दोनों मरीजों को तड़पते देख परिजनो ने डाॅ० संतोष मिश्रा से आराम न मिलने की शिकायत की तो हर बार की तरह दोनों मरीजों को झाॅसी रिफर कर अपना पडला झाड़ लिया,
क्षेत्रीय मीडिया और मरीजों के तीमारदारों द्वारा समय समय पर जिला स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों से सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र राठ में तैनात डाॅक्टरो और स्टाफ द्वारा बहार की दवाओं के लिखे जानें की शिकायत की जाती रही है,
परन्तु पूरा ज़िला स्वास्थ्य विभाग हमीरपुर के आला अधिकारी खामोश है,।या कहा जाये कि CMO भी इस पूरी कमिसन खोरी में लिप्त है, जो हर बार की तरह जांच कराए जाने की बात कह कर टाल देते हैं. कभी मरीजों द्वारा आला अधिकारियों को लिखित शिकायत दर्ज करना ,कभी पत्रकारों द्वारा रिश्वतखोरी और दवाओं का भारी भंडारण फेंकने को उजागर करना ,अब राठ स्वास्थ्य केंद्र में रोज की आदत बन गई है ,लेकिन जनपद हमीरपुर में सीएमओ और आला अधिकारी अपने कर्मचारियों पर ना तो कोई कार्रवाई करते हैं और उन्हें बचाने में लग जाते हैं क्या यही है सीएम योगी की गरीबों को सौगात,क्या यही है केंद्र सरकार मोदी का सबका साथ सबका विकास राठ स्वास्थ्य केंद्र में काटी जाती है डॉक्टरों द्वारा गरीब और मरीजों की जेब