रेंजर रामनरेश साकेत ,डिप्टी रेंजर रविकांत व बीटगार्ड शंकर यादव खुदवा रहे पहाड़
सतना जिला के उंचेहरा वन परिक्षेत्र अतर्गत आने वाली बीट सिंदुरिया में हो रहे अबैध उत्खनन की फोटो और वीडियों लगातार सोशल मीडिया में वॉयरल हो रहा है। सिंन्दुरिया बीट में लगातार अबैध उत्खनन चल रहा है लेकिन इसके बाद भी काम चलाऊ डीएफओ लगातार इन माफियाओं को उपकृत कर रहे हैं। जिले के उंचेहरा वन परिक्षेत्र अन्तर्गत पिछले एक महीनों काफी मात्रा में वन संपदा का नुकसान हुआ है। वर्तमान समय में उंचेहरा वन परिक्षेत्र के सिंदूरिया बीट में पिछले एक वर्ष से अबैध खुदाई वन क्षेत्र में चल रही है। वन मंडल अन्तर्गत आने वाले उचेहरा वन परिक्षेत्र के सिंदुरिया बीट के कक्ष क्रमांक 372 सोरारी तालाब के बगल में लगे हुए वन विभाग की आराजी स्थित मुनारे में पिछले एक वर्ष से लगातार माफियाओं द्वारा अबैध उत्खनन किया जा रहा है। और वर्तमान में भी माफियाओं द्वारा लगातार रात के अंधेरे में खुदाई चल रही है। गांव के लोगों एवं जानकार सूत्रों द्वारा कहां गया है कि डिप्टी रेेजर रविकात व बीटगार्ड शंकर यादव की शह स्थानीय दबंगों द्वारा उत्खनन द्वारा लगातार खुदाई की जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह पूरा खेल उंचेहरा रेंजर रामनरेश साकेत की शह पर चल रहा है। ग्रामीणें की मानें तो कई बार रात में रेंजर रामनरेश साकेत,डिप्टी और बीटगार्ड खनन स्थल के आसपास देखे जाते हैं। लेकिन उनके द्वारा किसी भी प्रकार की रोंक नहीं लगाई जाती है। पिछले एक वर्ष में यहां से लाखों की संख्या में डम्फरों से वन संपदा की खुदाई हुई है। लेकिन वन विभाग द्वारा इस मामले में काई कार्रवाई की गई।
वन संपदा बेंचने वालों पर आखिर कब होगी कार्रवाई
उंचेहरा वन परिक्षेत्र के सिंदुरिया बीट में लगातार एक वर्ष से खुदाई की जानकारी सामने आ रही है। इसके लिए सबसे पहले वन विभाग का अमला जिम्मेदार है क्यो कि वन संपदा को बचानें की जिम्मेदारी रेंजर रामनरेश साकेत, डिप्टी रविकांत ओर बीटगार्ड शंकर यादव को दी गई है। लेकिन सिंदुरिया बीट में एक वर्ष से अबैध उत्खनन के बाद भी कार्रवाई न करना जिम्मेदारों की घोर लापरवाही सामने झलकती है। ऐसी स्थिति में वन विभाग द्वारा उक्त अबैध उत्खनन की जांच कर दोषियों के उपर कार्रवाई की जरूरत है।