चित्रकूट।जिला के ग्राम पंचायत अकबरपुर थाना भरतकूप का है। जहां पत्रकार अश्विनी श्रीवास्तव के द्वारा पूर्व काल में ग्राम पंचायत की भूमि जो ग्राम प्रधान व पुत्र के द्वारा भू माफिया को कब्जा करा कर मोटी रकम लेकर बेचा जा रहा था। जिसका खुलासा पत्रकार अश्विनी श्रीवास्तव के द्वारा किया गया था और इसके बाद एसडीएम के निर्देश पर प्रधान पुत्र सहित कई लोगों के ऊपर 419,420 प्रकरण का एफ आई आर दर्ज हुआ था। जिसके बाद अकबरपुर पूर्व प्रधान पुत्र पहले तो पत्रकार अश्विनी श्रीवास्तव जो जर्नल कास्ट में आता है उसके ऊपर फर्जी मुकदमा हरिजन एक्ट झूठी शिकायत करके दर्ज करवाया लेकिन पत्रकार अश्विनी श्रीवास्तव के द्वारा हार ना मानते हुए लगातार अकबरपुर ग्राम पंचायत में हुए भ्रष्टाचार व अवैध खनन व भू माफियाओं के खिलाफ खबरों के माध्यम से उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया । उच्च अधिकारियों के द्वारा जब भूमाफिया व खनिज माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाने लगी तो पूर्व प्रधान पुत्र संतोष व वर्तमान प्रधान पति के द्वारा हरिजन महिला से सांठगांठ करके पत्रकार अश्वनी श्रीवास्तव के खिलाफ मनगढ़ंत आवेदन थाना व उच्च अधिकारियों को दिलाया गया जिसकी जांच आईजी महोदय वाह डीआईजी महोदय के द्वारा थाना व चित्रकूट सीओ सिटी से कराई गई जहां जांच निराधार व नितथा पाई गई। इसके बाद जब पूर्व प्रधान पुत्र संतोष व भूमाफिया को कब्जा कराने वाला वर्तमान प्रधान पति के द्वारा पत्रकार अश्वनी श्रीवास्तव से बाजी नहीं जीत पाए तो फिर एक बार हरिजन महिला को हथियार बनाया और पत्रकार अश्विनी श्रीवास्तव को जेल भेजे जाने की साजिश रची जाने लगी जबकि क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि पत्रकार अश्विनी श्रीवास्तव के द्वारा लगातार क्षेत्र के मुद्दों को प्रशासन तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है । लेकिन भूमाफिया और खनिज माफिया पूर्व प्रधान पुत्र व वर्तमान प्रधान पति होने की वजह से पत्रकार अश्विनी श्रीवास्तव को मनगढ़ंत पुलिस को शिकायत करते हुए जेल भेजाने की पूरी साजिश रची जा रही है। इतना ही नहीं पुलिस प्रशासन को भी किसी ना किसी हरिजन महिला को अपना हथियार बनाकर शिकायत करने के बाद संबंधित लोगों द्वारा गुमराह किया जा रहा है। वही अपनी जान मान सुरक्षा और पत्रकारिता क्षेत्र में खुले रूप से कार्य करने के लिए पत्रकार ने चित्रकूट पुलिस अधीक्षक डीआईजी व आईजी महोदय से न्याय की गुहार लगाई है। वहीं अब देखना यह है । कि संबंधित लोग पत्रकार को जेल भेज पाने में मनगढ़ंत कहानी लिखकर कब सफल होते हैं या फिर प्रशासन के द्वारा ऐसे मनगढ़ंत लोगों पर कार्रवाई कराई जाएगी जो महिला को हथियार बनाकर एक निर्दोष पत्रकार को सच्चाई छुपाने के लिए जेल में जाने की तैयारी कर रहे हैं।