पूर्व पार्षद प्रमोद सिंह ने बड़े ही दुखी मन से नई सब्जी मंडी में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर खेद प्रकट करते हुए कहा कि जन समस्याओं को देखते हुए माननीय विधायक मैहर नारायण त्रिपाठी ने सरकार से पैसा लाकर पूरे परिषद में स्वविकृत प्रदान कर सब्जी मंडी का निर्माण कराया था जिसपर जिम्मेवार तंत्र की अकर्मण्यता ने पानी फेर दिया। सब्जी मंडी की मौजूदा व्यवस्था ने आमजन की समस्याओं को बढ़ाने का कार्य कर रही है आलम यह है कि आमजन जब मंडी में जाते है तो उनके निकलने की जगह नही रहती जिसकी जहां मर्जी वही दुकान लगा के बैठा है। जो जगह पार्किंग के लिए निर्धारित की गई थी वहां व्यापारियो ने सब्जी लगा रखी है और जिस जगह में लोगो को बैठकर व्यापार करना चाहिए वह जगह खाली पड़ी है। 75% दुकानदार पार्किंग में अड्डा जमा लिया है जिससे आमजन को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और जिम्मेवार तमासबीन बने है। क्या इसी अव्यवस्था हेतु मैहर का स्थानीय प्रशासन आनन फानन में सब्जी मंडी को स्थानांतरित किया था और किया ही था तो आजतक व्यवस्थित क्यो नही करा पाया यह बेहद दुखद और चिंताजनक है। सब्जी मंडी का आलम यह बताता है कि यह सब्जी मंडी नही बल्कि भेड़ बकरियों के व्यापार की मंडी है। जिम्मेवार नगरपालिका प्रशासन व्यावस्थाओ को लेकर अनजान क्यो बना है समझ से परे है। व्यावस्थाओ को लेकर जन आक्रोश न फूटे इसके पहले मंडी को व्यवस्थित करने का कार्य प्रशासन करे अन्यथा विरोध झेलने को तैयार रहे।
सब्जी मंडी है या भेड़ बकरियों की मंडी:- प्रमोद सिंह-आंचलिक खबरें-मनीष गर्ग
