भैयालाल धाकड़
भगवान ने सबसे ज्यादा शक्तिशाली, सहनशील नारी को बनाया है
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम में बोलीं रेखा बहन
विदिशा// प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय मंशापूर्ण हनुमान मंदिर के पास स्थित सेवा केंद्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में कार्यक्रम आयोजित किया गया। ब्रह्माकुमारी रुकमणी दीदी ने विद्यालय का परिचय देते हुए बताया कि यह एक अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक शैक्षणिक संस्थान है। जिसके माध्यम से एक मूल्यनिष्ट समाज की स्थापना का कार्य किया जा रहा है हम सभी भी अपने जीवन को मूल्यों से भरपूर करने के लिए इस विद्यालय से अवश्य जुड़ें एवं जीवन जीने की कला सीखें। राजयोग मेडिटेशन जो स्वयं परमात्मा निराकर शिव बाबा हम सभी को सिखा रहें हैं, उसका भी हम सभी लोग अवश्य लाभ ले तथा कुछ समय अपनी उन्नति के लिए अवश्य निकालें।
तत्पश्चात महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए नाटक के माध्यम से बताया गया की महिला कोमल है कमजोर नहीं। ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी ने सभी महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा की आज के समय में हम समाज को दोषी न बनाएं बल्कि यह जिम्मेवारी हम सब की है हम सबने ही इस समाज को ऐसा बनाया है अतः हमें ही समाज को परिवर्तन भी करना होगा। हमने परिवर्तन तो किया है लेकिन नकारात्मक जहां पहले के जमाने में घर के बाहर इंसान को (पहरेदार) रखते थे कि घर में कुत्ता ना घुस जाए, वही आज घर के बाहर कुत्ते को रखते हैं कि कहीं इंसान घर में ना घुस जाएं ऐसे नकारात्मक परिवर्तन से हमारे जीवन की कोई उन्नति नहीं अतः हमें अपनी उन्नति के लिए सकारात्मक परिवर्तन की ओर अग्रसर होना है। महिलाओं के अंदर बहुत सारी शक्ति है, भगवान ने सबसे ज्यादा शक्तिशाली, सहनशील महिला को बनाया है परंतु महिला अपनी शक्ति को पहचानती नहीं जब वह अपनी शक्ति को जान जाएगी, पहचान जाएगी तो महिला से आगे शायद ही कोई निकल पाएगा। इसलिए कहते हैं महिला इस समाज की धूरी है महिला जो चाहे कर सकती है यह दुनिया अगर गुलशन है, तो नारी उसका माली है, वह झुक जाए तो सीता है, और उड़ जाए तो चंडी काली है। नारी हमेशा ही सम्मान का पात्र रही है जहां पर नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं इसीलिए कहते यत्र नार्यस्तु पूज्यंते तत्र देवता रमंते वैसे भी देखा जाए तो नारी नर से दो मात्रा में भारी तुम पर बड़ी जिम्मेवारी हर घर घर को स्वर्ग बनाना हर आंगन को फुलवारी आप सभी को आगे आकर हर कार्य में सहयोगी वन सत्युगी दैवी दुनिया के निर्माण में सहयोगी बनना है कार्यक्रम में सोनाली बहन, सीमा, भारती, सरिता, काजल, प्रियंका, रीना, बबली, सबिता आदि अधिक संख्या में माता बहनें कार्यक्रम में उपस्थित रही।