झाबुआ , शहीद चंद्रशेखर आजाद, शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय झाबुआ, जिला झाबुआ में दिनांक 06 दिसंबर 2022 को उच्च शिक्षा विभाग गुणवत्ता उन्नयन परियोजना के सहयोग से अंग्रेजी विभाग के तत्वावधान में एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार श् ए ब्रीफ ओवरव्यू आफ लिंग्विस्टिक्सश् (A Brief overview of Linguistics) विषय पर आयोजित की गई । वेबीनार की मुख्य वक्ता डॉ मांडवी सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर अंग्रेजी, वनस्थली विद्यापीठ,बनस्थली रही । कार्यक्रम के औपचारिक शुभारंभ के बाद कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जे.सी. सिन्हा ने स्वागत उद्बोधन दिया व भाषा विज्ञान की जानकारी देते हुए उसके महत्व को विभिन्न उदाहरण द्वारा स्पष्ट किया। तत्पश्चात महाविद्यालय के प्रशासकीय अधिकारी डॉ.रविंद्र सिंह द्वारा भाषा व भाषा विज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम की संयोजक डॉ. पुलकिता आनंद द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करने के बाद प्रो. मिताली नीमा ने मुख्य वक्ता डॉ. मांडवी सिंह का परिचय देते हुए उनकी उपलब्धियों के बारे में श्रोताओं को अवगत कराया । इसके बाद मुख्य वक्ता द्वारा अपने उद्बोधन में लिंग्विस्टिक्स के क्षेत्र को विस्तार से समझाते हुए उसके विभिन्न क्षेत्रों उनके प्रयोग व महत्व पर प्रकाश डाला गया । उन्होंने बताया कि किस प्रकार प्राचीन शब्दकोश से लेकर वर्तमान कंप्यूटर के प्रयोग व विकास में एक भाषाविद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।तत्पश्चात उन्होंने प्रश्नोत्तरी सत्र में प्रतिभागियों के प्रश्नों के उत्तर देकर उनकी जिज्ञासा को शांत किया। अंत में प्रो.जैमाल डामोर, मेंबर वर्ल्ड बैंक एवं विभागाध्यक्ष अंग्रेजी द्वारा मुख्य अतिथि ,संस्था के प्राचार्य ,अन्य प्राध्यापकों एवं प्रतिभागियों का ह्रदय से आभार व्यक्त किया गया।उन्होंने मुख्य रूप से डॉ.वी एस मेडा इंचार्ज वर्ल्ड बैंक का अपने विशेष सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया। उन्होंने इसी तरह के आयोजन प्रति सप्ताह आयोजित करने की जानकारी भी सांझा की।
इस कार्यक्रम में देश की विभिन्न राज्यों छत्तीसगढ़, राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र आदि से विभिन्न प्रतिभागी सम्मिलित हुए व कार्यक्रम को सफल बनाया।
कार्यक्रम में डॉ. उषा पोरवाल, प्रो. के.सी. कोठारी, डॉ.अंजना सौलंकी, डॉ.संजू गांधी, प्रो.श्रीकांत शाह, डॉ.पी.एस.डावर, डॉ. गोपाल भूरिया, डॉ.एस.एस चैहान, डॉ. रीना गणावा डॉ. श्रेया सिन्हा एवं सुश्री बस्सो पनरिया मेडम व कॉलेज के अन्य प्राध्यापकों ने सहभागिता की।