झाबुआ 12 अक्टूबर, 2022। विगत कई दिनों से झाबुआ जिले में लंपी वायरस से ग्रसित पशुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही थी। लेकिन जिला प्रशासन एवं पशुपालन विभाग की मुस्तेदी के कारण अब लंपी बीमारी से प्रभावित पशुओं की संख्या कम होने लगी है। जिला प्रशासन ने हाट बाजार में पशुओं की खरीदी, बिक्री पर रोक लगाने के लिए धारा 144 लगाई गई थी, जिसका कड़ाई से पालन किया जा रहा। कलेक्टर द्वारा लंपी की सतत् निगरानी की जा रही है, एवं उप संचालक पशुपालन को अधिक से अधिक टीकाकरण के लिए निर्देशित किया है। विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में वेक्सीन उपलब्ध है। डॉ. विलसन डावर, उप संचालक पशुपालन द्वारा बताया गया कि सभी पशु चिकित्सा संस्थाओं को लंपी वायरस का टीका एवं दवाईयॉ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करा दी गई है। सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारियों से लंपी बीमारी के संबंध में वर्तमान स्थिति की जानकारी ली गई है। पहले पिटोल एवं कुंदनपुर क्षेत्र में लंपी बीमारी फैली थी, उस क्षेत्र में अभी नये केस नही आ रहे है। पूर्व में संक्रमित पशुओं का उपचार किया जा रहा है। सभी पशु चिकित्सकों द्वारा अपने-अपने कार्य क्षेत्र के गॉवों में घर-घर जाकर टीकाकरण किया जा रहा है। आज दिनांक 12 अक्टूबर 2022 को ग्राम नरवालिया विकासखण्ड झाबुआ में श्रीमती सुनिता मेड़ा, सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी द्वारा 198 पशुओं का टीकाकरण किया गया। इस दौरान ग्राम के पंचायत सचिव उपस्थित रहे।
अभी तक 717 पशु लंपी वायरस से संक्रमित हुए थे उनमें से 461 पशु स्वस्थ हो गए है। विभाग द्वारा 116754 पशुओं का टीकाकरण किया गया है। थांदला में 20 पशु प्रेमियों द्वारा लंपी योद्धा ग्रुप बनाया गया है। वह पशुपालन विभाग की टीम के साथ मिलकर पशुओं के उपचार में सहयोग कर रहे हैं। ग्रामीण पशुपालक भी टीकाकरण में सहयोग कर रहे है।
टीकाकरण से लम्पी की रफ्तार हुई धीमी-आँचलिक ख़बरें-राजेंद्र राठौर
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