गलियों में फैली है गंदगी, लोग मलेरिया और संक्रामक रोगों से जूझ रहे
फफूंद,औरैया। भाग्यनगर ब्लॉक की ग्राम पंचायत टीकमपुर में समस्याओं का अंबार है। गांव में सरकारी हैंड पम्प खराब पड़े हैं। तालाब की सफाई न होने से गलियों में गंदगी एवं पानी के निकास का साधन न होने की बड़ी समस्या है। जबकि गरीब कच्ची झोपड़ी में रहने को मजबूर हैं।ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी प्रधान पर भरोसा जता रहे हैं। जबकि ग्राम प्रधान सरकारी योजनाओं को जनता तक नहीं पहुंचने दे रहे हैं। इसके अलावा ग्रामीणों को कोई भी सरकारी लाभ नहीं मिल रहा है। साफ-सफाई का हाल यह है कि गांव की गलियों में प्रदूषित गंदा पानी भरा रहता है जिससे ग्रामीणों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।इसके साथ ही ग्रामीणों को मलेरिया आदि संक्रामक रोगों से जूझने को मजबूर होना पड़ता है। कई महीनों से सफाई कर्मी भी नहीं आता है। प्रधान जीतने के बाद इस मोहल्ले में नहीं आए। सरकार ने तालाबों के सुंदरीकरण के लिए कई लाखों खर्च किया, परन्तु तालाब की स्थिति बहुत खराब है। पानी-पीने के लिए सरकारी हैंडपंप तो लगे हैं पर पानी नहीं निकलता है। किसी का हत्था नहीं है तो कोई ठूंठ हो गया। ये सब टीकमपुर गांव की स्थिति है।लोगों ने बताया कि गांव में पीने का पानी खारा है। जैसे-तैसे एक पानी की टंकी का निर्माण हुआ था वह भी बंद पड़ी है। लोगों को पीने के लिए पानी बहुत दूर से लाना पड़ता है। समस्याओं से निजात दिलाने के लिए ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है।