निसिंग/जोगिंद्र सिंह । समाजसेवी सुमन जांगड़ा ने कहा कि भाई-बहन का रिश्ता बाकी सभी रिश्तों से अलग और बड़ा ही प्यारा होता है। इस रिश्ते की सबसे खास बात यह है कि इसमें नोंक-झोंक भी होती है और प्यार भी होता है। इसी रिश्ते को और भी खूबसूरत और यादगार बनाने के लिए हर साल रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन बहन भाई की कलाई पर राखी बांधती है, तो वहीं भाई हमेशा बहन की रक्षा का वचन देता है।
सुमन जांगड़ा 15 अगस्त पर अपने द्वारा बहन और भाई पर बनाए गए गीत को प्रस्तुत करेंगी।
सुन ले भाई,तेरी कलाई
मैं पोंची बाधन आई,
सुख-दुख मैं तेरै साथ रवै
तेरी बेबे मां की जाई
जद भाई तु गोद खिलाया
रौंदा भी चुप होग्या रे
चंदा सी तेरी शान देख
मेरा भीतरला खुश होग्या
घुमराले तेरे बालां पै मैं
फूली नहीं समाई,
सुख दुख……………….
पढ़-लिख कै नै लगा नौकरी
आछी ढाला याद मेरै
दुख भर कै नै सुख होया ये
सारे अपनी बात करै
बहुत सहै तनै कष्ट लाडले
होगी मन की चाही
सुख दुःख ………………
होई सगाई ब्याह होया तेरा
घर मैं लक्ष्मी आग्यी रे
फुला बरगे मेरे भतीजे मैं
हांडु भाजी भाजी रे
धरती पै मेरे पैर टिकै ना
मैं बांडू तेरी मिठाई
सुख दुख………………….
“सुमन” नै ना धन की चाहना
ना चहिए तेरा हिस्सा रे
गाम (कापड़ो) याद रखै म्हारा
बचपन आला किस्सा रे
करै प्रार्थना,मेरी आत्मा
बध जा तेरी कमाई
सुख दुख मैं तेरै साथ रवै
तेरी बेबे मां की जाई
इस दिन को यादगार बना देते है।भाई-बहन के रिश्ते में भी कुछ ऐसा ही भी है। कई बार कुछ छोटी-छोटी बातों पर हुई नोंक-झोंक इतनी बड़ी बन जाती है कि भाई-बहन के रिश्ते में ही खटास आने लगती है और दूरियां बढ़ जाती है। किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए एक-दूसरे का सम्मान करना बहुत जरूरी होता है, अगर भाई बड़ा है तो यह बहन की जिम्मेदारी है कि वह उसकी बातों का सम्मान करे और भाई की भी कुछ ऐसी ही जिम्मेदारी बनती है कि वह अपनी बहन को ढेर सारा प्यार दे।