दिल्ली के बवाना विधानसभा के अंतर्गत बेगम पुर वार्ड में स्थानीय लोगों के साथ मिलकर कांग्रेस ने किया जल सत्याग्रह. जलभराव के बीच स्थानीय लोगों ने बीच सड़क पर बैठकर स्थानीय जनप्रतिनिधि के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन. स्थानीय लोगों का आरोप कि पिछले कई महीनों से क्षेत्र की बदहाल स्थिति, बावजूद इसके स्थानीय जनप्रतिनिधि मौन, नहीं ले रहा है कोई सुध.
राजधानी दिल्ली में जगह जगह जलभराव की तस्वीर देखने को मिल रही है. दिल्ली के कई इलाकों में सड़के और गलियां जलमग्न है. कुछ ऐसा ही नजारा दिल्ली के बवाना विधानसभा के अंतर्गत आने वाले बेगम पुर वार्ड में भी देखने को मिल रहा है, जहां जलभराव की समस्या से परेशान लोग अब सड़क पर उतर गए हैं. इसी को लेकर शनिवार को दिल्ली के बेगम पुर इलाके में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर जल सत्याग्रह किया. बवाना विधानसभा से पूर्व कांग्रेसी विधायक सुरेंद्र कुमार की अगुवाई में आयोजित इस जल सत्याग्रह के दौरान स्थानीय लोग बीच सड़क पर ही धरना प्रदर्शन पर बैठ गए, और स्थानीय निगम पार्षद और क्षेत्रीय विधायक के खिलाफ अपना रोष प्रकट किया. विरोध प्रदर्शन के दौरान स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क की यह दुर्दशा पिछले करीब तीन से चार महीने से है, लेकिन शासन से लेकर प्रशासन तक कोई भी इसकी सुध लेने वाला नहीं है. पूर्व विधायक सुरेंद्र कुमार ने कहा कि बेगम पुर गलिया और सड़के सब जलमग्न है, जिसके कारण स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि मौन है. पूर्व विधायक ने कहा कि लोगों की परेशानी को देखते हुए आज जल सत्याग्रह किया जा रहा है, और जब तक इस समस्या का कोई समाधान नहीं निकाला जाता तब तक हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा. इस विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय निगम पार्षद, क्षेत्रीय विधायक और मुख्यमंत्री केजरीवाल की पुतला दहन कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
बहरहाल इसमें कोई दोहराय नहीं है कि बेगम पुर की सड़के और गलियां सब जलमग्न है, जिसके कारण स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. शायद इसी का परिणाम है कि परेशान होकर स्थानीय लोगों ने जल सत्याग्रह किया, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय जनप्रतिनिधि और दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. ऐसे में देखना लाज़मी होगा कि स्थानीय जनप्रतिनिधि कब तक इस समस्या की सुध लेते हैं ताकि इस बदहाल स्थिति को सुधारा जा सके.