Jhansi UP कुख्यात भूमाफिया नत्थू कुशवाहा के खिलाफ पीड़ितों की गुहार | न प्लॉट मिला, न पैसे वापस

News Desk
7 Min Read
images 2

11 साल से न्याय के लिए भटक रही महिला, कहा— न प्लॉट मिला, न पैसे वापस
3. 27.50 लाख रुपये की ठगी! फर्जी चेक देकर एडवोकेट को भी बनाया शिकार
झांसी: कुख्यात भूमाफिया नत्थू कुशवाहा के खिलाफ पीड़ितों की गुहार
डीआईजी कार्यालय पहुंची महिला अध्यापिका
न्याय के लिए भटकती पीड़िता, दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर

झांसी: शहर में भूमाफिया नत्थू कुशवाहा के कारनामों से त्रस्त लोग अब प्रशासन के दरवाजे खटखटाने को मजबूर हो चुके हैं। एक नहीं, दो नहीं, बल्कि दो दर्जन से अधिक मुकदमों में आरोपी और गैंगस्टर एक्ट के तहत वांछित इस भू-माफिया की ठगी के शिकार लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
ताजा मामला सामने आया है एक पीड़ित महिला अध्यापिका का, जो पिछले 11 साल से न्याय की तलाश में दर-दर भटक रही है। ठगी और धोखाधड़ी के इस संगीन मामले में पीड़िता डीआईजी ऑफिस पहुंची, जहां उन्होंने पुलिस अधिकारियों को अपनी आपबीती सुनाई।
उनके साथ ही एक अन्य पीड़ित, एडवोकेट जैद रिजवान मंसूरी भी पहुंचे, जो इसी तरह की धोखाधड़ी का शिकार हो चुके हैं। दोनों पीड़ितों ने डीआईजी से मिलकर कार्रवाई की मांग की और न्याय की गुहार लगाई।

11 साल से न्याय की लड़ाई लड़ रही महिला अध्यापिका

पीड़ित महिला अध्यापिका शालिनी पांडेय ने पुलिस को बताया कि उन्होंने साल 2014 में पंचवटी शिव परिवार कॉलोनी, अंजनी माता मंदिर के पास 1800 वर्गफुट का एक प्लॉट खरीदा था।
“मैंने अपनी खून-पसीने की कमाई से यह प्लॉट खरीदा था, लेकिन 11 साल बीतने के बाद भी न तो मुझे प्लॉट मिला और न ही मेरे पैसे वापस मिले,”—अध्यापिका ने रोते हुए कहा।
शालिनी के अनुसार, जब भी उन्होंने नत्थू कुशवाहा से प्लॉट देने या पैसे लौटाने की मांग की, उसने हमेशा टाल-मटोल किया।

“हर बार एक नया बहाना बनाया जाता था। कभी कहा जाता था कि कागजी कार्रवाई में देरी हो रही है, कभी कहा कि मामला कोर्ट में है, लेकिन सच्चाई यह है कि उसने मुझसे ठगी की थी,”—उन्होंने आगे बताया।
आखिरकार, सालों की परेशानियों से तंग आकर उन्होंने डीआईजी कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई।

एडवोकेट जैद मंसूरी भी बने ठगी का शिकार
शालिनी पांडेय के साथ झांसी के एडवोकेट जैद रिजवान मंसूरी भी नत्थू कुशवाहा की धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं।
एडवोकेट जैद ने बताया कि नत्थू कुशवाहा ने कहा कि उसके पास दो प्लॉट हैं, जिन्हें वह बेच सकता है।

ये प्लॉट शिव परिवार कॉलोनी में C2 और C3 नंबर पर स्थित थे, लेकिन नत्थू ने बताया कि ये झांसी विकास प्राधिकरण (JDA) में बंधक हैं।
“उसने मुझसे कहा कि अगर मैं उसे 27 लाख 50 हजार रुपये दूं, तो वह यह रकम JDA में जमा कर देगा और प्लॉट मेरे नाम करा देगा।”
जैद ने अपनी मेहनत की कमाई और जमा-पूंजी जोड़कर उसे 27.50 लाख रुपये दे दिए, लेकिन न प्लॉट मिला और न ही पैसे वापस मिले।

फर्जी चेक देकर धोखा, बैंक खाते में पैसे ही नहीं थे!

जब जैद ने नत्थू से अपने पैसे वापस मांगे, तो उसने बहुत परेशान करने के बाद एक 27.50 लाख रुपये का चेक दिया।
“मैंने राहत की सांस ली कि अब मेरे पैसे वापस मिल जाएंगे, लेकिन जब मैंने चेक बैंक में लगाया, तो वहां से जो जवाब आया, उसने मेरे पैरों तले जमीन खिसका दी,”—जैद ने बताया।

बैंक से सूचना मिली कि जिस खाते का चेक दिया गया है, वह पहले से ही बंद है! यानी यह एक सुनियोजित धोखाधड़ी थी।

कौन है नत्थू कुशवाहा? आखिर क्यों है यह इतना कुख्यात?

झांसी में नत्थू कुशवाहा का नाम भूमाफिया के तौर पर जाना जाता है।

– इसके खिलाफ दो दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं।
– गैंगस्टर एक्ट के तहत भी आरोपी है।
– लोगों को प्लॉट देने के नाम पर करोड़ों की ठगी कर चुका है।
– पहले से ही कई पुलिस जांचों के घेरे में है, लेकिन आज तक उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं हुई।

“हर बार वह नया बहाना बनाकर लोगों को ठगता है। कभी कागजात फंसे होने की बात करता है, कभी सरकारी अड़चनों का हवाला देता है, लेकिन असलियत में वह सिर्फ धोखाधड़ी करता है,”—स्थानीय लोगों का कहना है।

डीआईजी ने दिए जांच के आदेश, होगी कड़ी कार्रवाई?

जब शालिनी पांडेय और जैद मंसूरी ने डीआईजी ऑफिस में अपनी शिकायत दर्ज कराई, तो अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए।
डीआईजी ने भरोसा दिलाया कि जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कड़ी कार्रवाई होगी।
क्या इस बार नत्थू कुशवाहा पर सख्त कानूनी शिकंजा कसेगा? क्या पीड़ितों को न्याय मिलेगा? यह तो आने वाला समय बताएगा, लेकिन एक बात तय है—अब पीड़ित चुप बैठने वाले नहीं हैं!
भूमाफिया के खिलाफ क्यों बढ़ रही हैं शिकायतें?
झांसी में पिछले कुछ वर्षों में भूमाफिया के खिलाफ शिकायतों में जबरदस्त इजाफा हुआ है।

– कई लोग प्लॉट और जमीन के नाम पर ठगे जा रहे हैं।
– फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर लोगों की संपत्तियों पर कब्जा किया जा रहा है।
– शिकायतों के बावजूद कुछ बड़े भूमाफियाओं पर कार्रवाई नहीं हो पा रही।

“अगर समय रहते ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो आने वाले समय में झांसी में भू-माफियाओं का आतंक और बढ़ सकता है,”—एक वरिष्ठ अधिवक्ता ने चिंता व्यक्त की।

अब क्या होगा?

डीआईजी कार्यालय से आश्वासन जरूर मिला है, लेकिन सवाल यह है कि क्या इस बार पीड़ितों को न्याय मिलेगा?

– क्या पुलिस नत्थू कुशवाहा के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी?
– क्या ठगे गए लोगों को उनका हक मिलेगा?
– या फिर यह मामला भी फाइलों में दबकर रह जाएगा?

पीड़ितों को अब अदालत और प्रशासन से उम्मीदें हैं।

“अगर हमें न्याय नहीं मिला, तो हम मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक अपनी गुहार लगाएंगे,”—पीड़िता शालिनी पांडेय ने कहा।

अब देखना यह होगा कि झांसी प्रशासन इस भूमाफिया के खिलाफ क्या एक्शन लेता है।

झाँसी उत्तर प्रदेश से कलाम कुरैशी की रिपोर्ट देखते रहिये आपका अपना चैनल आंचलिक खबरें अपनों की खबर आप तक

Share This Article
Leave a Comment