(भारतीयता हमारी पहचान है मोदी सरकार NRC के माध्यम से हमारी पहचान पर हमला करने की कोशिश कर रही है, जो एक असहनीय कार्य है:- इंजीनियर उबैदुल्लह)
नई दिल्ली – बिहार मुस्लिम युवा मोर्चा के अध्यक्ष एवं दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के सलाहकार सदस्य इंजीनियर ओबैदुल्ला ने बिहार मुस्लिम युवा मोर्चा के कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर देश भर में मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ, सम्प्रदायिक शक्तियों को चेतावनी देते हुए कहा कि हमारे चुप्पी को हमारी कमजोरी नहीं माना जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम जेल जाने के लिए तैयार हैं, लेकिन अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही, उन्होंने तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दलों से नाराजगी व्यक्त की और मिल्ली दलों सहित धार्मिक संगठनों की परेशान करने वाली चुप्पी की भी कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि न केवल भारत में बल्कि दुनिया में कहीं भी।अन्याय हुआ है तो भारतीय मुसलमानों ने आवाज उठाई है। भारत में मुसलमानों को बड़े पैमाने पर भीड़हिंसा और एनआरसी द्वारा धमकी दी जा रही है और ऐसा लग रहा है कि कानून नाम की कोई चीज नहीं है और अगर कानून है तो यह केवल मुसलमानों के लिए है लेकिन देश में मुसलमानों को चुपचाप उत्पीड़ित किया जाता है। हमारी चुप्पी को हमारी कमजोरी नहीं माना जाना चाहिए। भारतीयता हमारी पहचान है और मोदी सरकार एनआरसी के माध्यम से हमारी पहचान पर हमला करने की कोशिश कर रही है जो एक असहनीय प्रक्रिया है। प्रेस के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए, अबरार अहमद नदवी ने कहा कि मुसलमान दीवार तक पहुंच गया है 25 मिलियन मुसलमान मार्जिन पर पहुंच गए हैं और पाकिस्तान जाने की धमकी सुनकर थक गए हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि क्या हमारे पूर्वजों ने इसी लिए इस देश को अंग्रेजों से आज़ाद करवाया था?आज स्थिति यह है कि देश का मुसलमान अपनी पहचान के साथ घर छोड़ने से डरता है। हमें केवल इसलिए दंडित किया जा रहा है क्योंकि हम मुस्लिम हैं, लेकिन याद रखें कि हमने यहां रहना पसंद किया है और यहीं रहेंगे। एआईएसएफ के युवा और परगतिशील नेता इंजमाम-उल-हसन ने कहा, “कश्मीर भारत का एक अभिन्न हिस्सा है। हमने कभी भी भारत से कश्मीर को अलग करने की बात नहीं कही है लेकिन हम सरकार से जानना चाहते हैं कि क्या आप कश्मीरियों को इंसान मानते हैं? अगर मानते है तो 39 दिनों से कर्फ्यू क्यों है? कोई दूध नहीं है, कोई दवा नहीं है, घायल लोग घरों में हैं और जो लोग मर रहे हैं, उन्हें उनके घरों में दफन किया जा रहा है। अंतः इंजीनियर ओबैदुल्लाह ने सरकार को चेतावनी दी कि वह मुसलमानों के खिलाफ साजिश बंद करे अन्यथा इसके अच्छे परिणाम नहीं होंगे।