मोरवा पुलिस को आरोपियों को गिरफ्तार करने में छूट रहे पसीने 36 घण्टे बीत गये फिर भी मोरवा पुलिस का हाथ खाली
सिंगरौली। मोरवा थाने के एक वेयर हाउस में शनिवार की रात व्यापारी मनोज बंशल के वेयर हाउस में दर्जनों की संख्या में घुसकर मारपीट करते हुए लूटपाट करने वाले आरोपियों को घटना के 36 घण्टे बाद भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पायी। जबकि व्यापारियों ने पुलिस को 48 घण्टे की मोहलत दी है। हालांकि खबर आ रही है कि पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। जबकि पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही है।
गौरतलब हो कि बीते गुरूवार को मोरवा के एक पार्षद के यहां आयोजित शादी समारोह कार्यक्रम में वाहन पार्किंग को लेकर विवाद हुआ था। बात-विवाद इतना बढ़ा कि शनिवार की रात 9.30 बजे व्यापारी मनोज बंशल के वेयर हाउस में घुसकर सेल्समैन व रास्ते में आ रहे विकास बंशल को लाठी-डण्डे से जमकर पिटते हुए तोड़-फोड़ किये हैं। घटना की पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद है। वहीं व्यापारी का आरोप है कि डेढ़ दर्जन अराजकतत्वों ने दुकान में घुसकर मारपीट करते हुए तकरीबन डेढ़ लाख रूपये व मोबाइल भी उठा ले गये। पुलिस इस पर कुछ नहीं कर रही है। कार्रवाई के नाम पर अपराध दर्ज कर लिया और आरोपियों को गिरफ्तार करने से परहेज कर रही है। इधर उक्त घटना को लेकर मोरवा के व्यापार संघ में भारी आक्रोश है। रविवार को थाने पहुंच व्यापारियों ने टीआई को ज्ञापन देते हुए 48 घण्टे के अंदर गिरफ्तार करने का ज्ञापन सौंपा था और कहा था कि आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी हो वर्ना 26 नवम्बर को थाने का घेराव किया जायेगा। व्यापारियों ने थाना क्षेत्र के लुंज-पुंज कानून व्यवस्था को लेकर मोरवा पुलिस को जमकर खरी-खोटी सुनाते हुए कहा था कि इस क्षेत्र में सीकेडी का बोलबाला है। जिसके चलते कई पुलिस कर्मियों का ध्यान सीकेडी पर केन्द्रित है। उधर व्यापारियों के अल्टीमेटम के बावजूद घटना में शामिल व सीसीटीवी फुटेज से देखने पर प्रतीत हो रहा है कि दर्जनों की संख्या में आरोपी वेयर हाउस दुकान में घुसकर मारपीट कर रहे हैं। पुलिस अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। जबकि सीसीटीवी फुटेज में सब कुछ स्पष्ट दिख रहा है। मोरवा पुलिस की सुस्त कार्यप्रणाली पर भी व्यापारियों ने प्रश्रचिन्ह खड़ा कर रहे हैं। खबर यह भी आ रही है कि इस घटना में कोल माफिया शामिल है। जिसमें भाजपा के एक नेता का संरक्षण मिला हुआ है। पुलिस भी घटना के मुख्य गुनाहगार पर रहम बरत रही है।